Akhilesh Yadav offer to Keshav Maurya: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में मचे घमासान के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इशारों-इशारों में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को मॉनसून ऑफर दिया था। अब एक बार फिर से अखिलेश ने अपना ऑफर दोहराया है। हालांकि उन्होंने केशव मौर्य की ‘हिम्मत’ पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे अकेले किसी को कुर्सी पर नहीं बैठा सकते। इसके लिए उन्हें (केशव प्रसाद मौर्य) को हिम्मत दिखानी होगी।
ऐसा नहीं है कि अखिलेश यादव ने केशव प्रसाद मौर्य को पहली बार ऑफर दिया है। अखिलेश ने एक बार कहा था कि अगर आज भी वह 100 विधायक लेकर आ जाएं तो समाजवादी पार्टी सरकार बनाने में उनका साथ देगी। इसके बाद 18 जुलाई को एक ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा, “मॉनसून ऑफर: सौ लाओ, सरकार बनाओ!”
अखिलेश का ऑफर ऐसे समय में आया जब यूपी में ‘संगठन बड़ा या सरकार’ के मुद्दे पर केशव प्रसाद मौर्य और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच कथित तल्खी देखी जा रही है। हालांकि अखिलेश यादव के ऑफर पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 19 जुलाई को पलटवार करते हुए इसे “दिन में सपने देखने वाला” करार दिया। उन्होंने राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी सपा को “डूबता जहाज” बताया था।
अब आजतक के साथ इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने ऑफर को लेकर सफाई दी। उन्होंने कहा कि वे किसी को तोड़ना नहीं चाहते हैं। अखिलेश ने कहा, “मैं जो देख रहा हूं उसके बारे में बात कहता हूं। सुनने में आ रहा है कि (भाजपा) के अंदर झगड़ा है। झगड़ा अंदर ही नहीं है, बल्कि दिल्ली तक फैला हुआ है। ऐसे में विपक्ष के लोग कुछ तो ऑफर करेंगे। कोई व्यक्ति बहुत दिनों से कोशिश में लगा है कि वह बड़ी कुर्सी पर बैठ जाए। उस कुर्सी पर बैठने के लिए कोई ऑफर दें, आश्वासन दें.. सवाल ये है कि वो कितना खुद ताकवर हैं। हमारे बैठाने से कोई नहीं बैठेगा। हमारे ऑफर से कोई बहुत बड़ा परिवर्तन नहीं आने जा रहा है। लेकिन कम से कम उन्हें तो प्रयास करना चाहिए जो वे कर रहे हैं।”
डबल इंजन आपस में टकरा रहे- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा, “भाजपा डबल इंजन की बात करती है लेकिन अब वो डबल इंजन आपस में टकरा रहे हैं। न लखनऊ वाला इंजन काम कर रहा है और न दिल्ली वाले इंजन से कोई मदद मिल पा रही है।” भाजपा का कहना है कि उनके अंदर कोई परेशानी नहीं है बल्कि अखिलेश ही कोशिश कर रहे हैं। इन आरोपों पर यूपी के पूर्व सीएम ने कहा, “मैं तो तभी कह रहा हूं जब मुझे कुछ दिखाई दे रहा है.. मुझे कुछ सुनने को मिल रहा है। हम कोई परिवर्तन नहीं ला सकते। हां लेकिन कोई परिवर्तन के लिए तैयार होगा तो उसका सहयोग जरूर कर सकते हैं।”
जब अखिलेश से पूछा गया कि क्या वह किसी और पार्टी के शख्स को मुख्यमंत्री बनाने को तैयार हैं, तो उन्होंने कहा, “सवाल मुख्यमंत्री का नहीं है। सवाल है कि किसी के पास कुछ हो तो सही। अगर कोई परिवर्तन करना चाहता है तो परिवर्तन के लिए समाजवादी लोग तैयार हैं।” अपने मॉनसून ऑफर पर अखिलेश ने आगे कहा कि हमारे पास कुछ देने के लिए है लेकिन दूसरे में लेने की हिम्मत है कि नहीं है।”
क्या बोले थे केशव प्रसाद मौर्य
इसके पहले मौर्य ने बुधवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था कि संगठन’ सरकार से बड़ा है। मौर्य के कार्यालय के आधिकारिक हैंडल से किए गए इस पोस्ट में उपमुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया, ”संगठन सरकार से बड़ा है, कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है। संगठन से बड़ा कोई नहीं, कार्यकर्ता ही गौरव हैं।” यह वाक्य रविवार को लखनऊ में भाजपा की कार्यसमिति की बैठक के दौरान मौर्य के संबोधन का एक अंश है। इस पोस्ट की पृष्ठभूमि में कार्यसमिति बैठक की तस्वीर भी थी। यह पोस्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कथित तल्खी के बीच मौर्य द्वारा नयी दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के एक दिन बाद आया। हालांकि अभी तक न तो भाजपा और न ही मौर्य ने इस मुलाकात के बारे में कोई बयान दिया।
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