प्राइमरी स्कूलों के बच्चों के अभिभावकों के खाते में इसी सप्ताह यूनिफार्म आदि के पैसे पहुंच जाएंगे। इसी प्रकार से 20 जून से कक्षा एक और दो के बच्चों के बीच एनसीईआरटी के पुस्तकों का वितरण भी शुरू कर दिया जाएगा। डीबीटी के माध्यम से खातों में यूनिफॉर्म आदि के पैसे भेजने की सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है। सोमवार को सभी जिलों से पात्र छात्र-छात्राओं की अंतिम संशोधित सूची मांगी गई है ताकि अन्तिम समय में डीबीटी के दौरान किसी प्रकार की कोई समस्या न उत्पन्न हो जाए।
स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा की ओर से इस बारे में सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को विशेष निर्देश जारी कर कहा गया है कि वे अपने जिले की सारी तैयारियां पूरी रखें, आने वाले तीन-चार दिनों में किसी भी दिन डीबीटी के माध्यम से खातों में पैसे भेजने का कार्य पूरा किया जाएगा।
कक्षा एक व दो के बच्चों को 20 जून से मिलेंगी एनसीईआरटी की पुस्तकें
दूसरी तरफ नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश में पहली बार प्राइमरी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई शुरू की जा रही है। कक्षा तीन से आठ तक के बच्चों को एनसीईआरटी की मुफ्त पुस्तकें जिले स्तर पर सरकार की तरफ से वितरित की जा चुकी है। अब कक्षा एक और दो के बच्चों को पढ़ने के लिए मुफ्त में एनसीईआरटी की पुस्तकें दी जाएंगी। 20 जून से कक्षा एक एवं दो के बच्चों के बीच एनसीईआरटी की पुस्तकों का भी वितरण शुरू किया जाएगा।
इसके लिए स्कूल शिक्षा महानिदेशालय की ओर से सभी जिलों को वहां की छात्र संख्या के अनुसार धन का आवंटन कर दिया गया है। साथ ही स्पष्ट निर्देश भी दिया गया है कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद 18 जून को स्कूल खुलते ही सूचीबद्ध सभी स्कूलों में 20 जून से एनसीईआरटी की पुस्तकों का वितरण शुरू करा दिया जाए ताकि समय से यह कार्य शुरू होकर तय समय सीमा के भीतर पूरा हो सके।
यूनिफार्म आदि के लिए खातों में भेजे जाते हैं 1200 रुपये
सरकार की ओर से प्राइमरी स्कूलों के कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के यूनिफार्म के लिए उनके माता-पिता या अभिभावक के खाते में प्रति वर्ष 1200 रुपये भेजे जाते हैं। डीबीटी के माध्यम से भेजे जाने वाले यह 1200 रुपये दो सेट यूनिफार्म के अलावा जूता-मोजा, बैग व स्टेशनरी की खरीद के लिए होते हैं।