समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर कटाक्ष करते हुए उसे ‘दुनिया का सबसे खतरनाक परिवार’ करार दिया और कहा कि आरक्षण खत्म करने का मंसूबा रखने वाला यह परिवार अब चुनाव में वोट के लिये आरक्षण नहीं समाप्त करने की बात कर रहा है। यादव ने एटा में आयोजित एक चुनावी जनसभा में कहा कि भाजपा एक ‘बड़ी साजिश’ के तहत हर क्षेत्र को निजी हाथों में बेचकर आरक्षण को खत्म करना चाहती है मगर समाजवादी लोग उसे कामयाब नहीं होने देंगे। उन्होंने संघ परिवार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए किसी का नाम लिये बगैर कहा, इन्हें (भाजपा को) हमारे-आपके परिवार की तो चिंता है लेकिन उनके साथ दुनिया का सबसे खतरनाक परिवार है जो आरक्षण खत्म करना चाहता था। अब वोट चाहिए, तो कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।
माना जा रहा है कि सपा अध्यक्ष का इशारा संघ प्रमुख मोहन भागवत के रविवार के उस बयान की तरफ था जिसमें उन्होंने कहा था कि संघ ने हमेशा संविधान के अनुसार आरक्षण का समर्थन किया है और संगठन ‘भेदभाव’ व्याप्त रहने तक आरक्षण लागू रखने की वकालत करता है। यादव ने कहा, मैं पूछना चाहता हूं कि अगर भारत सरकार की बड़ी-बड़ी कंपनियां निजी हाथों में बिक जाएंगी तो आरक्षण कहां मिलेगा? इस सरकार ने हवाई जहाज और हवाई अड्डे बेच दिए, जिनमें लाखों लोगों को नौकरी मिलती थी… बताओ क्या वहां आरक्षण लागू होगा? अगर रेल बिक जाएगी तो क्या वहां आरक्षण होगा? अस्पताल में जो ‘आउटसोर्स’ पर नौकरी दी जा रही है, क्या उसमें आरक्षण होगा? संविदा पर दी जाने वाली नौकरी में क्या आरक्षण होगा?” अखिलेश ने कहा कि वे न केवल नौकरी खत्म करना चाहते हैं बल्कि आरक्षण भी खत्म करना चाहते हैं। यह उनकी बड़ी साजिश है, लेकिन हम समाजवादी लोग उन्हें कामयाब नहीं होने देंगे।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस लोकसभा चुनाव को लोकतंत्र के रक्षकों और भक्षकों के बीच का होने वाला ‘संविधान मंथन’ करार दिया और कहा कि चुनाव में अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया)जीता तभी संविधान और लोकतंत्र बचेगा। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा तीसरी बार सत्ता में आ गयी तो वह संविधान खत्म करके न सिर्फ आरक्षण छीनेगी बल्कि लोगों से वोट देने का अधिकार भी छीन लेगी। उन्होंने कहा, यह बात सब लोग जान गए हैं कि भाजपा का हर वादा झूठा निकला है। यह वही भाजपा के लोग हैं जिन्होंने कभी कहा था कि हम किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, किसानों को उनकी पैदावार की कीमत देंगे और उन्हें खुशहाल बनाएंगे। मगर इनमें से एक भी काम नहीं हुआ। तीन काले कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन में करीब एक हजार किसान शहीद हो गये। सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया, मगर किसानों का कर्ज नहीं माफ किया। केंद्र में अगर ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनती है तो किसानों का पूरा का पूरा कर्ज माफ किया जाएगा और जितने भी सरकारी पद खाली हैं उन सभी पर भर्ती की जाएगी।
अखिलेश ने कहा कि ‘अग्निवीर योजना’ को खत्म करके पहले की तरह पक्की नौकरी दी जाएगी और पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल किया जाएगा। उन्होंने कहा, ”भाजपा वाले जहां-जहां जा रहे हैं, हम लोगों की बुराई कर रहे हैं लेकिन इस बार हम लोगों ने तय कर लिया है कि उनकी बैंड बाजे से विदाई करेंगे। वे 2014 में आए थे और 2024 में चले जाएंगे क्योंकि उन्होंने बहुत अन्याय किया है। बहुत लोगों को तकलीफ और परेशानी पहुंचाई है। समाजवादियों के साथ-साथ आम जनता पर भी झूठे मुकदमे दर्ज कराए हैं। ऐसे लोग लाखों की संख्या में है जिन पर इस सरकार ने झूठे मुकदमे दर्ज करवाए हैं।
यादव ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हिमायत करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को झूठे मुकदमे दर्ज कर जेल भेज दिया, क्या यह अन्याय नहीं है? उन्होंने कहा, चुनावी बॉण्ड को लेकर भाजपा की पोल खुल गई है। भाजपा ने कंपनियों को डराया-धमकाया और झूठे मुकदमे दर्ज करने की धमकी दी। अखिलेश ने कहा कि ईडी, सीबीआई और आयकर की टीम भेज-भेजकर जबरन चंदा वसूला गया है इसलिए इस बार इन चंदा वसूलने वालों का हिसाब-किताब होगा, इनको हटाने का काम ‘इंडिया’ गठबंधन करेगा।
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