UP Lok sabha election: कांग्रेस ने अमेठी-रायबरेली सीट का टिकट कन्फर्म कर दिया है। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में अमेठी और रायबरेली में वोटिंग होनी है। केवल तीन दिन बाद ही नामांकन खत्म होने वाला है। इसके बाद भी अभी तक कांग्रेस के प्रत्याशियों का ऐलान नहीं हुआ है। इसी बीच अमेठी में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता धने पर बैठ गए हैं। कार्यकर्ता प्रदेश महासचिव योगेंद्र मिश्र और जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल की अगुवाई में कांग्रेस कार्यालय में ही धरने पर बैठ गए। इनके धरने पर लिए गए पोस्टर से संकेत मिल रहे हैं कि नाम फाइनल हो चुके हैं। उनकी मांग है कि गांधी परिवार का ही कोई यहां से उतरे।
कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय में नारेबाजी शुरू कर दी। कार्यकर्ता हाथ में तख्तिया लिए हुए हैं जिसमें लिखा हुआ है कि अमेठी मांगे गांधी परिवार। कार्यकर्ताओं ने अमेठी मांगे राहुल गांधी तथा अमेठी मांगे प्रियंका गांधी के नारे लगाए। जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहा कि अमेठी और गांधी परिवार का पारिवारिक रिश्ता है। इंतजार करते-करते आंखें पत्थर आ गई हैं इसलिए यह प्रदर्शन करना पड़ रहा है। महासचिव योगेंद्र मिश्र ने कहा कि अब और इंतजार नहीं हो पा रहा है नामांकन को थोड़ा ही समय बचा है ऐसे में अब गांधी परिवार को आना होगा।
भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ रहे रामबरन कश्यप ने कहा कि अमेठी के गौरव को वापस लाने के लिए गांधी परिवार को यहां से चुनाव लड़ना चाहिए। इसी मांग को लेकर हम लोग बैठे हुए हैं। यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शुभम सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के आए बिना अमेठी का हित नहीं हो सकता है। अमेठी और गांधी परिवार का रिश्ता 1976 में जुड़ा था। पत्थर के चुनाव में संजय गांधी ने पहली बार यहां से चुनाव लड़ा था। उसके बाद एक के बाद एक लोग परिवार से यहां चुनाव लड़ते रहे।
इस बार अब तक किसी भी उम्मीदवार की घोषणा यहां से नहीं हुई है दिनभर तमाम कयास चलते रहे। यह भी बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी के लोगों को कुछ इनपुट मिला है कि गांधी परिवार यहां से चुनाव लड़ने नहीं आ रहा है। ऐसे में वह ऐसा प्रदर्शन करने को मजबूर हुए हैं। वरिष्ठ नेता नरसिंह बहादुर सिंह बैजनाथ तिवारी, धर्मेंद्र शुक्ला, शकील इदरीसी, एनएसयूआई के सौरभ सिंह, विकास अग्रहरि, अवनीश सेनानी, जिला प्रवक्ता अनिल सिंह समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।