Ghaziabad Police: वायरल वीडियो में एक दारोगा ई-रिक्शा चालक से बदसलूकी कर रहा है. दारोगा बीच सड़क ई-रिक्शा चालक युवक को बाल पकड़कर घसीटते हुए ले जा रहा है. युवक चीख-चिल्ला रहा है लेकिन दारोगा का उसपर कोई असर नहीं पड़ रहा. यूपी के गाजियाबाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक दारोगा ई-रिक्शा चालक से बदसलूकी कर रहा है. दारोगा बीच सड़क ई-रिक्शा चालक युवक को बाल पकड़कर घसीटते हुए ले जा रहा है. युवक चीख-चिल्ला रहा है लेकिन दारोगा का उसपर कोई असर नहीं पड़ रहा. दारोगा की इस हरकत पर सोशल मीडिया यूजर्स ने नाराजगी जताई है.
दारोगा (एसआई) का नाम भानु प्रकाश है
जानकारी के मुताबिक, दारोगा (एसआई) का नाम भानु प्रकाश है. वहीं, ई-रिक्शा चालक का नाम सोहेल है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे दारोगा भानु प्रकाश ई-रिक्शा चलाकर गुजर-बसर करने वाले सोहेल से मारपीट कर रहा है. वह सोहेल के बाल पकड़कर खींच रहा है, वहीं सोहेल उससे छोड़ने की विनती कर रहा है. चीख रहा है.
डियर @ghaziabadpolice आप के यहां के SI भानुप्रकाश एक गरीब ई रिक्शा चालक सोहेल को इतना बेरहमी से मार रहे हैं?
क्या आप बताने का कष्ट कर सकते हैं किस जुर्म बीच रोड बाल पकड़ कर घसीट घसीट कर मार रहे? क्या प्रशासन ने इनको वर्दी गुंडागर्दी करने के लिए दिया है? pic.twitter.com/QQcC2IGAVg
— Mr. Haque (@MrHaque_) April 23, 2024
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने नाराजगी जताते हुए ई-रिक्शा चालक को पीटने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की. जिसके बाद इस वीडियो का संज्ञान स्थानीय पुलिस अधिकारियों द्वारा लिया गया. साथ ही ट्वीट कर एसीपी वेव सिटी को मामले की जांच सौंपे जाने की जानकारी दी गई.
आरोपी दारोगा भानु प्रकाश थाना वेव सिटी
आरोपी दारोगा भानु प्रकाश थाना वेव सिटी की एक चौकी पर बीते कुछ महीनों से तैनात है. कहा जा रहा है कि सड़क पर ई-रिक्शा खड़े करने को लेकर कहासुनी हुई थी, जिसके बाद दारोगा ने आपा खो दिया. एसीपी वेव सिटी पूनम मिश्रा ने फोन पर बताया कि एक दारोगा द्वारा एक ई-रिक्शा चालक को पीटने का वीडियो सामने आया है, जिसकी जांच उन्हें सौंपी गई है. पूछताछ की जा रही है. दारोगा और पीड़ित को बुलाया गया है.
एसीपी पूनम मिश्रा के अनुसार,
एसीपी पूनम मिश्रा के अनुसार, वीडियो में दरोगा भानु प्रकाश , ई-रिक्शा चालक से मारपीट करता नजर आ रहा है जो व्यवहारिक तौर पर गलत होने के साथ ही पुलिस नियमों के मुताबिक भी गलत है. फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद इस मामले में अग्रिम विधिक कार्यवाही की जाएगी.