Weather Impact on Health : प्रचंड गर्मी से अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ओपीडी में दोपहर तीन बजे तक कतार लगी रहती है। गर्मी के कारण एसआरएन के मेडिसिन, हृदय रोग और गैस्ट्रोलॉजी विभाग के सभी बेड फुल हो गए हैं। एसआरएन अस्पताल की ओपीडी में शनिवार को 2100 मरीज आए। एसआरएन में औसतन प्रतिदिन 2000 और बेली में 1500 मरीज आते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, 25 मई से मरीजों की संख्या में 15 से 20 फीसदी बढ़ी है। इममें सबसे ज्यादा मरीज दिल, दिमाग, त्वचा, पेट दर्द, बुखार, गुर्दा और न्यूरो से संबंधित रहते हैं।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक सचदेवा ने बताया कि गर्मी में तापमान अधिक होने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ गया है। सामान्य लोगों की अपेक्षा जो पहले से दिल के मरीज हैं उन्हें ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है। गर्मी में हृदय को क्षमता से ज्यादा पंप करना पड़ता है। शरीर के तापमान को संतुलित रखने के लिए मरीज को ज्यादा पानी पीने की जरूरत होती है। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद गुप्ता ने बताया कि पानी की कमी से किडनी दूषित तत्वों को बाहर नहीं निकाल पाती। इससे किडनी पर भी असर पड़ता है। लू लगने से किडनी भी फेल हो सकती है। किडनी को सुरक्षित रखने के लिए इतना पानी जरूर पीना चाहिए की हर दो-तीन घंटे में पेशाब लगे।
बरतें सावधानियां
- जरूरत न हो तो घर से बाहर न निकलें।
- सिगरेट, शराब से दूरी बनाकर रखें।
- तली हुई वस्तुएं और मसालों के अधिक सेवन से बचें।
- भूख से थोड़ा कम ही खाएं।
- नारियल का पानी पीएं।
- हल्के रंग के ढीले, सूती कपड़े पहनें।
- सिर ढक करके रखें।