Up latest News!: यूपी में नियम विरुद्ध दाखिला लेने वाले नर्सिंग कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। इन कॉलेजों में दाखिला लेने वाले 229 छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिली।
उत्तर प्रदेश में नियमों की अनदेखी कर बीएससी नर्सिंग में दाखिला लेने वाले 66 कॉलेजों को नोटिस जारी किया गया है। इनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। इन कॉलेजों में दाखिला लेने वाले 229 छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई है।
प्रदेश में 24 जुलाई 2022 को हुई कॉमन नर्सिंग इंट्रेंस टेस्ट में 26,708 छात्रों ने हिस्सा लिया। काउंसिलिंग के जरिए 24 राजकीय नर्सिंग कालेजों में 1310 सीटों पर दाखिला दिया गया। इसी तरह 250 निजी नर्सिंग कालेजों की 10,170 सीटों में करीब 350 सीटें खाली रह गईं।
खाली सीटों को भरने के लिए निजी कॉलेजों ने उन छात्रों को दाखिला दे दिया, जिन्होंने प्रवेश परीक्षा दी ही नहीं। अमर उजाला ने एक जून के अंक में प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों के दाखिले में फर्जीवाड़ा शीर्षक से खबर प्रकाशित कर पूरे मामले का खुलासा किया। इसके बाद जांच शुरू हुई।
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जांच के दौरान पता चला कि विभागीय गलती की वजह से 231 छात्रों का डाटा अपडेट नहीं किया गया। चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीएमई) ने इन छात्रों को परीक्षा में बैठने की सिफारिश की। डाटा अपडेट होने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यलाय ने इन छात्रों को सेमेस्टर परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी है।
इस दौरान यह भी पता चला कि 66 कॉलेजों ने 229 ऐसे छात्रों काे दाखिला दे दिया है, जिन्होंने प्रवेश परीक्षा ही नहीं दी है। ऐसे में इन छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई है। सभी 66 कॉलेजों को नोटिस जारी करके पूछा गया कि उन्होंने नियमों की अनदेखी करके दाखिला क्यों लिया?
जवाब मिलने के बाद महानिदेशालय से उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल काउंसिल को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। डीजीएमई किंजल सिंह ने बताया कि गलत तरीके से दाखिला लेने वाले कॉलेजों को नोटिस जारी किया गया है। इन सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी।