आगराः शहर की सड़कों पर जाने -अनजाने में अगर आप स्टॉप लाइन को क्रॉस करते हैं या लेफ्ट फ्री ट्रैफिक को बाधित करते हैं, हेलमेट नहीं लगाया हैं तो अब थोड़ा संभल जाए. अगली बार आप ऐसा करेंगे तो आपको चौराहे पर ही कंट्रोल रूम से एक आवाज सुनाई देगी. जो आपको स्टॉप लाइन और जरूरी यातायात नियमों को फॉलो करने के लिए वार्निंग देगी. जिस वक्त आप यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे होंगे. उस वक्त पुलिस कंट्रोल रूम से आपके ऊपर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही होगी .कंट्रोल रूम से आपकी गाड़ी के नंबर सहित अनाउंसमेंट किया जाएगा.
आगरा पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड के आदेश पर ट्रैफिक पुलिस ने शहर भर में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लागू कर दिया है. कंट्रोल रूम के जरिए शहर के 43 चौराहों पर नजर रखी जा रही है. इस व्यवस्था में चौराहे पर लगे कैमरे के जरिए नियम तोड़ने वालों पर नजर रखी जा रही है. चौराहे पर लगे स्पीकर और वायरलेस के जरिए चालक और पुलिस को सूचना दी जाएगी, तत्काल कार्रवाई की जाएगी. अब तक चौराहे पर यातायात पुलिसकर्मी की निगाह चूकी तो वाहन चालक नियम तोड़ते हुए चले जाते थे. अब ऐसा नहीं कर हो पाएगा.
गूगल और मेपल्स ऐप से मॉनिटरिंग
गूगल और मेपल्स ऐप के माध्यम से कंट्रोल रूम से शहर के यातायात की मॉनिटरिंग की जा रही है. सीसीटीवी कैमरों की निगाह में जो वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता दिखता है. उसे चौराहे पर रुकने पर चेतावनी दी जाती है. चौराहा पर लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से अनाउंसमेंट किया जाता है. वायरलेस के द्वारा ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को वाहन चालकों को चेतावनी देने के लिए कहा जाता है.
क्या है पहल का लक्ष्य?
पुलिस कमिश्नर के आदेश पर ट्रैफिक पुलिस ने नई पहल की है. इस पूरी कवायद का मकसद शहर में बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के साथ पर्यटकों और आम लोगों को जाम की समस्या से मुक्ति दिलाना हैं. एसीपी ने बताया कि सीसीटीवी के जरिए स्टॉप लाइन से आगे वाहन खडे़ करने वाले या फिर लेफ्ट साइड रोड को रोकने वालों को पहले चेतावनी दी जाती है, अगर इसके बाद भी वो नहीं मानते हैं तो उनके चालान काट दिए जाते है.