सात साल बाद एक बार फिर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर लड़ाकू विमान करतब दिखाएंगे। बांगरमऊ के पास खंभौली गांव के पास बनी हवाई पट्टी पर एयरफोर्स के सुखोई, जगुआर और मिराज-17 समेत अन्य लड़ाकू विमान उतरेंगे। संभावित कार्यक्रम के अनुसार 6 अप्रैल को लैंडिंग परीक्षण के बाद सात अप्रैल को तीन घंटे संपूर्ण रिहर्सल होगी। एयरफोर्स के अधिकारियों ने एक अप्रैल से 10 अप्रैल तक हवाई पट्टी के साढ़े तीन किमी क्षेत्र को रिजर्व करने का नोटिफिकेशन जिले के अधिकारियों को भेजा है। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने बताया कि छह व सात अप्रैल को किसी भी वाहन को एक्सप्रेस-वे पर बांगरमऊ सीमा में नहीं जाने दिया जाएगा। 01 से 10 अप्रैल तक आगरा से लखनऊ व लखनऊ से आगरा जाने वाले भारी व हल्के वाहनों को डायवर्ट कर सर्विस लेन से निकाला जाएगा। हवाई पट्टी के क्षेत्र को पूरी तरह से ब्लॉक रखा जाएगा।
यूपीडा को टोल प्लाजा पर अनाउंसमेंट के जरिए वाहन चालकों को लड़ाकू विमानों के रिहर्सल की जानकारी देकर दूसरे मार्ग से गुजरने के लिए निर्देश दिए जाएं। कानपुर के चकेरी एयरफोर्स स्टेशन के अधिकारी आग्रह पर पुलिस हवाई पट्टी के आसपास सुरक्षा बंदोबस्त कर रही है। रूट डायवर्जन से सबसे अधिक परेशानी बंगाल और बिहार के साथ पूर्वांचल से दिल्ली जाने-आने वालों को होगी। वाहनों को निकालने के लिए रूट की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
बांगरमऊ से एक बार फिर दिखेगा भारत का दम
छह व सात अप्रैल को सुखोई, मिराज, जगुआर एमआइ 17, कैरियर एयरक्रॉफ्ट हरक्यूलिस सी समेत 14-15 विमानों के एक्सप्रेस-वे की हवाई पट्टी पर उतरने की संभावना जताई जा रही है। इसका मकसद आपातकालीन स्थिति में लड़ाकू विमानों की लैंडिंग का अभ्यास है। यह अभ्यास तीसरी बार होगा। इससे पहले 21 नवंबर 2016 को एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण और 24 अक्तूबर 2017 को उद्घाटन के समय लड़ाकू विमानों की लैंडिंग हुई थी।
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