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डिप्टी सीएम केशव मौर्य दिल्ली रवाना क्या सीएम योगी को छोड़नी पड़ेगी कुर्शी

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डिप्टी सीएम केशव मौर्य दिल्ली रवाना क्या सीएम योगी को छोड़नी पड़ेगी कुर्शी

यूपी भाजपा में मची हलचल के बीच दिल्ली में भाजपा अलाकमान ने मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी डिप्टी सीएम को भी बुलाया गया है। बैठक में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक दिल्ली जाएंगे। सबसे पहले केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री और दोनों डिप्टी सीएम की अलग अलग पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हो सकती है।

यूपी में भाजपा कार्यसमिति की बैठक के बाद से पार्टी में हलचल

यूपी में भाजपा कार्यसमिति की बैठक के बाद से पार्टी में हलचल मची हुई है। मुख्यमंत्री की कई बैठकों में दोनों डिप्टी सीएम नदारत रहे हैं। ऐसे में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कार्यसमिति की बैठक में सरकार से बड़ा संगठन वाला बयान देने के ठीक बाद केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली पहुंच गए थे और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुलाकात की थी। केशव के बाद यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी नड्डा से मुलाकात की थी। उन्होंने नड्डा के साथ ही पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। तब दोनों नेताओं को पार्टी नेतृत्व ने बयानबाजी से दूर रहने की नसीहत दी थी।

बैठक में देश भर के भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और डिप्टी सीएम

अब शनिवार और रविवार को होने वाली बैठक में देश भर के भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और डिप्टी सीएम को बुलाया गया है। माना जा रहा है कि बैठक में इसी साल होने वाले चुनावों पर रणनीति बन सकती है। इसके साथ ही यूपी में चल रही गतिविधियों पर विराम के लिए कोई फैसला लिया जा सकता है। माना जा रहा है कि सभी को उपचुनाव में जुटने की नसीहत देते हुए चुनाव तक शांत रहने को भी कहा जा सकता है।

लोकसभा चुनाव में यूपी में मिली हार के बाद सरकार और संगठन दोनों में बड़ा बदलाव

राजनीतिक विशेषज्ञ भी मानते हैं कि लोकसभा चुनाव में यूपी में मिली हार के बाद सरकार और संगठन दोनों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। यह बदलाव उपचुनाव के तुरंत बाद हो सकता है। फिलहाल उपचुनाव में भाजपा ताकत झोंक चुकी है। दस सीटों पर हो रहे उपचुनाव को जीतकर भाजपा 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं के हौसले को बुलंद करना चाहती है। इस उपचुनाव को विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है।

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