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मोची चेतराम की बदली किस्मत राहुल गांधी ने अपने हांथों से सिले जूते चप्पल

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मोची चेतराम की बदली किस्मत राहुल गांधी ने अपने हांथों से सिले जूते चप्पल

यूपी में सुलतानपुर के कूरेभार क्षेत्र में छोटी की गुमटी में दुकान लगाने वाले मोची चेतराम इन दिनों सुर्खियों में हैं। राहुल गांधी के उनकी दुकान पर पांच मिनट बैठने और अपने हाथों से चप्पल सिलने से मोची की किस्मत बदल गई है। जिस चप्पल को राहुल ने सिली थी उसके लिए चेतराम मोची को 10 लाख रुपए का ऑफर मिला है। लोग उनके साथ सेल्फी ले रहे हैं। हालांकि चेतराम ने एक चप्पल के लिए दस लाख रुपए के ऑफर को भी ठुकरा दिया है। बेहद गरीब परिवार से आने वाले चेतराम दस लाख रुपए लेने की जगह चप्पल को हमेशा अपने पास रखना चाहते हैं। इस चप्पल को संभालने के लिए उन्होंने शीशे का फ्रेम भी बनवाने की तैयारी कर ली है।

सुल्तानपुर के कूरेभार क्षेत्र के विधायक

सुल्तानपुर के कूरेभार क्षेत्र के विधायक नगर में स्थित चेतराम मोची की दुकान पर पिछले दिनों राहुल गांधी पहु्ंचे थे। राहुल सुल्तानपुर कोर्ट में पेशी के बाद लखनऊ लौटते समय अचानक ही वहां रुक गए थे और मोची की दुकान पर उनके बगल में ही बैठकर उनका हालचाल जाना था। जूता चप्पल कैसे सिला जाता है यह जाना था। इस दौरान एक चप्पल को अपने हाथों से भी राहुल गांधी ने सिला था। इसी चप्पल को लेने के लिए उन्हें दस लाख रुपए का ऑफर मिला है।

चेतराम से जब यह पूछा गया कि राहुल गांधी

चेतराम से जब यह पूछा गया कि राहुल गांधी जब से आपकी दुकान पर आए हैं आप कैसा महसूस कर रहे हैं, तो कहा कि मेरी तो दुनिया ही बदल गई है। मुझे जो कोई नहीं जानता था अब मेरी दुकान पर आकर मेरे साथ सेल्फी लेते हैं।

यह पूछे जाने पर कि जिस चप्पल की राहुल गांधी ने सिलाई की थी अब उसकी बोली लग रही है। इस पर कहा कि मेरे पास बहुत फोन आ रहे हैं उस चप्पल को देने के लिये। उस चप्पल की कीमत दस लाख रुपये तक लग चुकी है। मैंने कहा कि मैं इस चप्पल को नहीं दे सकता क्योंकि यह चप्पल मेरे लिए भाग्यशाली है।

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मंगलवार को मेरे पास प्रतापगढ़ से फोन आया कि जो चप्पल राहुल गांधी जी ने सिला है वह मुझे दे दो मैं तुम्हें पांच लाख रुपये दूंगा। मैंने कहा कि यह चप्पल मैं नहीं दूंगा। उसने कहा कि यदि रुपये कम हो तो मैं दस लाख रुपये दूंगा। मैंने कहा कि मुझे चप्पल नहीं बेचना है फोन रखो।

चप्पल का वह क्या करेंगे तो कहा कि मैं इसे शीशे में फ्रेम कराकर

जब यह पूछा गया कि इस चप्पल का वह क्या करेंगे तो कहा कि मैं इसे शीशे में फ्रेम कराकर अपनी दुकान में रखूंगा। राहुल गांधी अब हमारे दुकान के पार्टनर हो गए हैं। यह पूछे जाने पर कि वह कैसे आपके पार्टनर हुए तो कहा कि मेरी दुकान पर बैठकर राहुल गांधी ने चप्पल की सिलाई का काम किया है इसलिए वह मेरे पार्टनर हैं। यह पूछे जाने पर कि जब से राहुल गांधी उनकी दुकान पर बैठें हैं उसके बाद अपने को आप कैसे महसूस करते हैं तो कहा कि यह फर्क पड़ा है कि राहुल गांधी के मेरी दुकान पर आने के बाद मेरे पास सरकारी विभाग के लोग आकर मेरी समस्या को जानने के लिये पूछताछ करने आ रहे हैं।

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