समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि राम मंदिर के निर्माण स्थल अयोध्या में भाजपाइयों ने बड़े पैमाने पर बेशकीमती जमीनें अपने नाम करा ली हैं। कहा कि भाजपा सरकार द्वारा पिछले सात सालों से अयोध्या का सर्किल रेट न बढ़ाना स्थानीय लोगों के खिलाफ आर्थिक साजिश है। इसकी वजह से अरबों रुपये के भूमि घोटाले हुए हैं। हम अयोध्या में तथाकथित विकास के नाम पर हुई धांधली और भूमि सौदों की गहन जांच और समीक्षा की मांग करते हैं।
इटावा में एक कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा से जुड़े लोग विपक्ष को भूमाफिया बताते हैं जबकि असल भूमाफिया तो वही लोग हैं, जिन्होंने अयोध्या की बेशकीमती जमीन को भी नहीं छोड़ा। अखिलेश ने सौ रुपए किलो अरहल की दाल बताने वाले यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही पर निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री आम जनमानस का मजाक तो उड़ा ही रहे हैं, साथ ही महंगाई के सवाल पर खिलखिलाकर हंसते हुए भी दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हाथरस हादसे में अधिकारियों के खिलाफ जरूर कार्रवाई अमल में ला दी गई है लेकिन कार्यक्रम की अनुमति के बाद भी सुरक्षा व्यवस्था और अन्य इंतजाम क्यों नहीं किए गए। एसआईटी जांच में बेशक अधिकारियों को दोषी पाया जा चुका है लेकिन अभी न्यायिक जांच का भी नतीजा सामने आना बाकी है। सपा प्रमुख ने कहा कि झूठ से सरकार चलाना चाहते हैं, जबकि जमीनी हकीकत से दूर हैं। आरोप लगाया कि वो अपने लोगों को मुनाफा कमाने दे रहे हैं। भाजपाई आटा, सरसों का तेल और दालें महंगी करके जनता का मजाक उड़ा रहे हैं।
ऐसे कपड़े पहनने के बाद झूठ नहीं बोलना चाहिए
मुख्यमंत्री योगी के सपा सरकार में चाचा-भतीजे नौकरी के नाम पर लूट मचाने से जुड़े सवाल पर अखिलेश ने कहा कि कुछ कपड़े जो वह पहनते थे उनको पहनने के बाद झूठ नहीं बोलना चाहिए। जो वस्त्र हैं वो पाबंदी लगाते हैं कि आप झूठ नहीं बोल सकते, आपको सत्य ही बोलना पड़ेगा, हर नौकरी में इन लोगों ने घोटाला किया है। आरएसएस की किताब में जनसंख्या वृद्धि से जुड़े हुए सवाल पर कहा कि वह किताब हमें दे देना, हम जला देंगे। कहा कि मणिपुर में हिंसा जारी है, इसके लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार जिम्मेदार है।
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