Home देश UP में गर्मी से बुराहाल! ट्रांसफार्मरों पर पाइप और बाल्टी से पानी...

UP में गर्मी से बुराहाल! ट्रांसफार्मरों पर पाइप और बाल्टी से पानी फेंक रहे बिजली कर्मचारी

0

यूपी के कई जिलों से ऐसी तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं जहां बिजली कर्मचारी पावर ट्रांसफार्मरों पर बाल्टी और पाइप लगाकर पानी डाल रहे हैं। लोग इसे देखकर सोच रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों किया जा रहा है। दरअसल भीषण गर्मी में बिजली की मांग बढ़ने से पावर ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो गये हैं। इससे ट्रांसफार्मर ट्रिप कर जा रहे हैं। ऐसे में ट्रांसफार्मरों को ट्रिप करने से बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं। कहीं हैवी कूलर लगाया जा रहा है तो कहीं पानी की बौछार करके उन्हें ठंडा करने की कोशिश हो रही है। वाराणसी के भेलुपुर संकुल धारा उपकेंद्र पर तो कूलर लगाने के साथ उसके पानी में बर्फ भी डाला गया ताकि ट्रांसफार्मर को ठंडा रखा जा सके। ठंडे ट्रांसफार्मर के जरिए लोगों को ठंडा रखने के लिए नियमित बिजली आपूर्ति बहाल रखने का दावा भी किया गया है।

लखनऊ में जानकीपुरम सहारा स्टेट, अमीनाबाद, ठाकुरगंज सहित कई उपकेंद्रों में पावर ट्रांसफार्मरों के पास कूलर लगाए गए हैं। इसके साथ ही पानी की बौछार भी की जा रही है। मुख्य अभियंता सुनील कपूर ने बताया कि कूलर लगाने से पावर ट्रांसफार्मर का तापमान कम हो जाता है। ऐसे में ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त नहीं होंगे।

मोहनलालगंज समेत चार उपकेंद्रों में पावर ट्रांसफार्मर रखे गए

लेसा के मोहनलालगंज, उतरेठिया, एफसीआई और नादरगंज उपकेंद्र में पावर ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की गई है। अमौसी जोन के मुख्य अभियंता रजत जुनेजा ने बताया कि मोहनलालगंज और उतरेठिया में 10 एमवीए पावर ट्रांसफार्मर लगाया गया है। इसके अलावा एफसीआई और नादरगंज में पांच-पांच एमवीए अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर रखे गए हैं। इससे करीब दो लाख आबादी को बिजली संकट से राहत मिलेगी।

यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि कई जगह पर अधिक उर्जा देने के कारण ट्रांसफार्मर गर्म हो जाते हैं। लोगों को बिजली मिलती रहे इसके लिए कर्मचारी लगे हुए हैं। कोई भी उपाय बाकि नहीं रख रहे हैं। उसमें एक उपाय यह भी है कि जहां भी ट्रांसफार्मर गर्म हो रहे हैं उन्हें ठंडा रखने के लिए प्रयास हो रहे हैं। कूलर लगाने के साथ ही पानी भी डाला जा रहा।

इसे भी पढ़ें –

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version