बेसिक, माध्यमिक शिक्षा व तकनीकी शिक्षा के अलावा प्रदेश के सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्तियों के लिए गठित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग को अध्यक्ष का इंतजार है। भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए जल्द ही आयोग के अध्यक्ष की नियुक्ति हो सकती है। प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल फिलहाल आयोग के अध्यक्ष का भी पदभार संभाल रहे हैं। माध्यमिक व उच्च शिक्षा में शिक्षकों के लगभग 5000 पदों पर भर्ती की तैयारी कर ली गई है।
प्रदेश सरकार ने मार्च 2024 में आयोग में 12 सदस्यों की नियुक्ति कर दी थी। अध्यक्ष के पदों पर प्राप्त आवेदनों में कोई उपयुक्त न पाए जाने के कारण प्रदेश सरकार ने अध्यक्ष पद के लिए नए सिरे से आवेदन आमंत्रित कर लिया था। इसके लिए शासन के प्रमुख सचिव स्तर के सेवारत या अवकाश प्राप्त आईएएस, किसी राज्य सरकार का कुलपति या पूर्व कुलपति या कम से कम तीन साल का प्रशासनिक अनुभव रखने वाले किसी विश्वविद्यालय के 10 वर्ष की सेवा वाले प्रोफेसर आवेदन के लिए अर्ह हैं। फिलहाल आवेदन पत्र आमंत्रित कर लिए गए हैं और चयन की प्रक्रिया चल रही है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी की संस्तुति पर मुख्यमंत्री द्वारा अध्यक्ष की नियुक्ति की जानी है। भर्ती प्रक्रिया अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद ही शुरू होने की उम्मीद है।
आयोग के पास फिलहाल पांच हजार रिक्त पदों पर भर्ती का अधियाचन पहुंच गया है। इसमें माध्यमिक शिक्षा के सहायता प्राप्त इंटरमीडिएट कॉलेजों में शिक्षकों के लगभग 4000 पद और सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के लगभग 1000 पद शामिल हैं। प्राथमिक विद्यालयों में टीईटी पास अभ्यर्थियों की भर्ती होनी है। इनके रिक्त पदों की संख्या 50 हजार से ज्यादा ही संभावित है, जो अभी तक संकलित नहीं है।