दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्य इन भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं और फिलहाल अभी गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं है. मौसम विभाग ने अगले 5 दिन तक भीषण गर्मी का अलर्ट जारी किया है. दिल्ली में अधिकतम तापमान 45 डिग्री के पार रहेगा. दिल्ली से सटे यूपी में भी गर्मी से कोई राहत की उम्मीद नहीं है. यूपी में भी 5 दिन हीटवेव रहेगी. इसके अलावा भी कई राज्य मौसम के प्रकोप से जूझ रहे हैं.
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, भारत के अधिकांश क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीद नहीं है. उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली और गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, बिहार, झारखंड और उत्तराखंड सहित कई उत्तरी और मध्य भारतीय राज्यों में 14 से 18 जून तक लू की स्थिति रहेगी. इन क्षेत्रों के निवासियों को गर्मी से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
इसके साथ ही दक्षिण-पश्चिम मॉनसून भी आगे बढ़ रहा है. अनुकूल परिस्थितियों से पता चलता है कि यह अगले 4-5 दिनों के अंदर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, गंगीय पश्चिम बंगाल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ क्षेत्रों की तरफ मॉनसून आगे बढ़ेगा. इस प्रगति से गर्मी से बहुत राहत मिलेगी और मॉनसूनी बारिश पर निर्भर कृषि गतिविधियों को भी राहत मिलेगी.
दिल्ली में आज हल्की फुहारों से मिलेगी राहत!
दिल्ली की बात करें तो, आज यहां आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है और बूंदाबांदी के साथ आंधी या बिजली गिरने के आसार हैं. इसके अलावा कभी-कभी तेज़ सतही हवाओं के साथ लू की स्थिति भी बन सकती है. हालांकि, तापमान में राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 44 डिग्री तक जा सकता है और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहा. लेकिन तेज हवाओं से दिल्लीवालों को कुछ देर की राहत मिल सकती है.
इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना
पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती परिसंचरण और एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ सहित मौसम प्रणालियां, पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी क्षेत्र में तीव्र बारिश और गरज के साथ व्यापक हल्की से मध्यम वर्षा में योगदान दे रही हैं. इसके असर से अगले पांच दिनों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है. इस लगातार बारिश से सूखे जैसी स्थिति कम होने की उम्मीद है, लेकिन बाढ़ और भूस्खलन का खतरा भी बढ़ सकता है.
इसके अलावा भारत के पश्चिमी तट और पूरे दक्षिण भारत में तेज़ हवाओं के साथ व्यापक बारिश होने की संभावना है. इस बीच, मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ जैसे इलाकों में आने वाले पांच दिनों में गरज के साथ छिटपुट बारिश हो सकती है.