यूपी के शाहजहांपुर में गर्रा नदी में बाढ़ के कारण हालात बिगड़ गए हैं। इस कारण लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर भी यातायात रोकना पड़ा। शाहजहांपुर जिले में खनौत के बाद गुरुवार से ही गर्रा नदी की बाढ़ ने कहर बरपा दिया। खुदागंज, तिलहर, शाहजहांपुर, ददरौल इलाके के सैकड़ों गांव और महानगर के कई मोहल्ले, मेडिकल कॉलेज तक में गर्रा नदी का पानी भर गया। लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर नगरिया मोड़ के पास पानी आ गया। इसके चलते डिवाइडर को तोड़कर पानी निकाला गया।
शहाजहांपुर जिले में लखनऊ-दिल्ली राजमार्ग का एक हिस्सा बाढ़ के पानी की चपेट में है। इसके बाद हाई पर यातायात रुक गया। गर्रा नदी से आए पानी के कारण वाहनों की आवाजाही रुक गई है। राहत आयुक्त कार्यालय ने कहा कि इलाके में बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। वहीं एक हिस्से में पानी भरने के कारण सड़क पर बीच में बने डिवाइडर को तोड़कर पानी की निकासी दूसरी तरफ से की जा रही है। जेसीबी की मदद से डिवाइडर को तोड़ा गया जिससे पानी निकल सके।
खन्नौत के बाद गर्रा नदी में आई बाढ़ के पानी ने कहर बरपाया। दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर करीब दो-ढाई फीट पानी ऊपर बहने लगा। इस कारण वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। हाईवे पर करीब पांच किलोमीटर लंबा जाम लग गया। हाईवे के आसपास के गांव के लोग अचानक आए पानी से घर छोड़ सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए निकल पड़े थे। यही हाल नगरिया मोड़ का था। प्रशासन ने आयकर भवन के सामने डिवाइडर तोड़कर वाहनों को निकलवाया। देर रात तक हाईवे पर वाहनों की कतार लगी रही।
पानी के बढ़ते स्तर को देख डर गए यात्री
बाढ़ के बढ़ते पानी को देख वाहनों में सवार यात्री डरे-सहमे रहे। उनके जहन में एक ही बात थी। जहां से जल्दी निकल जाएं। अपनों को फोन कर बताया।
रिश्तेदारी में जा रहे लोग आधी दूरी से हुए वापस
नेशनल हाईवे पर पानी ही पानी था। लोग बाइक से तिलहर की ओर जा रहे थे। उन्हें कुछ लोगों ने रोका। कहा आगे मत जाओ। अधिक पानी में बाइक बंद हो जाएगी, लेकिन लोग नहीं माने। इसके बाद वही लोग आधी दूरी जाकर बाइक पैदल लाते हुए दिखाई दिए।
ढाबों व दुकानों को बंद कर भागे संचालक
सुबह में हाईवे के किनारे पानी आया था, लेकिन जब दोपहर को पानी बढ़ने लगा तो लोग डर गए। इससे अफरातफरी मच गई। ढाबों संचालक व दुकानदार प्रतिष्ठानों को बंद कर भाग गए।
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