UP Board Exam paper viral : आगरा में यूपी बोर्ड की 12वीं का जीव विज्ञान और गणित की परीक्षा का प्रश्नपत्र स्कूल प्रबंधक के बेटे ने वायरल किया था। शिक्षा विभाग ने स्कूल पर तत्काल एक्शन लेते हुए उसकी मान्यता शुक्रवार को छीन ली। गुरुवार को द्वितीय पाली में श्री अतर सिंह इंटर कॉलेज रोझौली में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर विनय चौधरी ने पेपर शुरू होने के करीब एक घंटे बाद तीन बजकर 11 मिनट पर ‘ऑल प्रिंसिपल्स आगरा’ नाम के व्हाट्सएप ग्रुप पर जीव विज्ञान और गणित का पेपर डाला गया था। पेपर आते ही खलबली मच गई थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बोर्ड की शुक्रवार को हुई बैठक में उक्त विद्यालय की मान्यता समाप्त करने का निर्णय लिया गया है।
मान्यता की नई नियमावली में प्रश्नपत्र की गोपनीयता भंग करने पर मान्यता प्रत्याहरण का प्रावधान किया गया है जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने साफ किया है कि भविष्य में यदि किसी भी विद्यालय से प्रश्नपत्रों की गोपनीयता भंग किए जाने का प्रयास किया जाएगा तो उसकी मान्यता भी तत्काल समाप्त कर दी जाएगी। सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि परीक्षा केन्द्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट के अतिरिक्त अन्य कोई भी व्यक्ति मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करें।
यदि परीक्षा केन्द्र पर किसी व्यक्ति द्वारा मोबाइल फोन या अन्य संचार उपकरण का प्रयोग किया जाता है तो ऐसी स्थिति में स्टैटिक मजिस्ट्रेट का उत्तरदायित्व होगा कि वह सम्बंधित व्यक्ति के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराना सुनिश्चित करेंगे। सचिव के अनुसार जिस समय प्रश्नपत्र व्हाट्सएप ग्रुप पर डाया गया उस समय परीक्षा शुरू हुए एक घंटा 11 मिनट बीत चुका था तथा सभी परीक्षार्थी अपने-अपने परीक्षा केन्द्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा दे रहे थे। इससे परीक्षा की शुचिता किसी स्तर पर प्रभावित नहीं हुई।
परीक्षा के दौरान स्मार्टफोन रखने पर उठे सवाल, सख्ती
प्रयागराज। आगरा की परीक्षा से प्रश्नपत्र व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल होने के बाद परीक्षा के दौरान स्मार्टफोन रखने पर भी सवाल खड़े हुए हैं। मुख्य सचिव की ओर से जारी शासनादेश में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि परीक्षा केन्द्र परिसर के अंदर मोबाइल फोन अथवा ऐसे इलेक्ट्रानिक उपकरण जिससे अनुचित साधन प्रयोग की आशंका हो, ले जाने की अनुमति न दी जाए।
कक्ष निरीक्षकों एवं परीक्षा कार्य में संलग्न अन्य कर्मियों के मोबाइल फोन मुख्य प्रवेश द्वार पर अथवा उसके निकट रखने की समुचित व्यवस्था डीआईओएस तथा केन्द्र व्यवस्थापक को करनी है। किसी भी दशा में मोबाइल फोन उस कक्ष में न रखे जाएं जहां प्रश्नपत्र एवं उत्तर पुस्तिकाएं रखी हों। माध्यमिक शिक्षा निदेशक महेन्द्र देव ने शुक्रवार को सभी डीआईओएस को पत्र लिखा है कि शासनादेश का पालन नहीं हो रहा है।
परीक्षा केन्द्रों/स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए यूपी बोर्ड मुख्यालय एवं क्षेत्रीय कार्यालयों में स्थापित कमांड एंड कंट्रोल रूम के माध्यम से जिलों के परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा कार्य में संलग्न कक्ष निरीक्षकों/कर्मियों द्वारा परीक्षा केन्द्र के अंदर मोबाइल फोन का प्रयोग करते हुए देखा जा रहा है, जो शासनादेश का उल्लंघन है। परीक्षा केन्द्र पर तैनात केन्द्र व्यवस्थापक एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट यह सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा कार्य में संलग्न कोई भी व्यक्ति परीक्षा केन्द्र के अंदर मोबाइल लेकर प्रवेश न करें।
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