अभी तक यूएई दो साल का ही वर्क परमिट जारी करता है. इस अवधि को बढ़ाकर अब तीन साल किया जाएगा. यूएई के इस कदम से भारतीयों को सबसे ज्यादा फायदा होगा. यूएई में करीब 34 लाख भारतीय काम करते हैं. वर्क परमिट की अवधि बढ़ने से इसे रिन्यू कराने के लिए होने वाला खर्च भी बच जाएगा. वर्क परमिट की वैधता समाप्त होने के बाद ही तुरंत रिन्यू कराना पड़ता है क्योंकि ऐसा नहीं होने पर इसे कानूनी अपराध माना जाता है.
वर्क परमिट फेडरल नेशनल काउंसिल की अनुमति के बाद ही वर्क परमिट जारी किया जाता है. अब एफएनसी की फाइनेंशियल, इकोनॉमिक और इंडस्ट्रियल अफेयर कमेटी ने वर्क परमिट की अवधि बढ़ाने की सिफारिश की है. इसके अलावा कमेटी ने एक और महत्वपूर्ण सिफारिश भी की है.
UAE ने अपनी वीज़ा पॉलिसी में साल 2022 में बदलाव किया. 3 अक्टूबर 2022 से नई इमिग्रेशन पॉलिसी लागू कर दी गई. देश की इमिग्रेशन पॉलिसी में बदलाव के तहत लागू नए वीज़ा नियमों के तहत पर्यटकों के लिए लंबी अवधि के वीज़ा, पेशेवरों के लिए लंबे वक्त तक रहने की सुविधा दी गई है