यूपी में सीएम युवा योजना यानी पांच लाख तक बिना ब्याज वाले लोन के लिए अब तक तीन लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। उद्यम लगाने के लिए 33 हजार युवाओं को कर्ज भी मिल गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत बिना ब्याज पांच लाख तक लोक के लिए अब तक तीन लाख से अधिक युवा उद्यमियों के पंजीकरण हो चुके हैं और 32 हजार से अधिक युवाओं को ऋण स्वीकृत हो चुका है। योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के अंतर्गत अयोध्या मंडल के सभी जिलों से आए युवाओं के ऋण वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह ऋण व्यवसाय को आगे बढ़ाने में युवाओं का संबल बनने के लिए स्वीकृत किया गया है।
उप्र में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना विकास अभियान (सीएम-युवा) के तहत लाभार्थी को पांच लाख रुपये तक की लागत का व्यवसाय शुरू करने के लिए ब्याज मुक्त कर्ज देने की सरकार की योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्याज-मुक्त ऋण युवा उद्यमियों को आगे बढ़ने के लिए एक बेहतरीन योजना है। उन्होंने कहा कि योजना शुरू होने के दो महीने के भीतर एक लाख युवाओं को इससे जोड़ने का लक्ष्य रखा गया था।
उन्होंने कहा कि पोर्टल लांच होने के कुछ ही समय बाद उप्र के युवाओं से इस योजना को समर्थन मिला। तीन लाख से अधिक पंजीकरण अब तक हो गये हैं जिसमें एक लाख 27 हजार से अधिक युवाओं के फार्म स्क्रीनिंग के बाद बैंकों को भेजे जा चुके हैं। इसमें 32 हजार से अधिक युवाओं के लिए बैंक का कर्ज स्वीकृत हो गया है।
मंडलवार आयोजित होने वाले इस तरह के समारोह की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इस सातवें कार्यक्रम में भाग ले रहा हूं। 25, 26, 27 मार्च तक हर जिले में निवेश मेला आयोजित होने जा रहा है, उस मेले में भी युवाओं के लिए ऐसी योजनाओं के शिविर लगेंगे।
उन्होंने कहा कि एक हजार से अधिक युवा उद्यमी बैंक ऋण का लाभ लेकर एक नए जीवन की शुरुआत करना चाहते हैं। वे भी अपने जनपद, प्रदेश व देश के विकास में सहयोगी बनना चाहते हैं। कार्यक्रम में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान,अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी समेत कई प्रमुख लोग मौजूद थे।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या मंडल के 1,148 युवा उद्यमियों को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत 47 करोड़ रुपये के ब्याज मुक्त ऋण वितरित किए।