Rained heavily in varanasi: वाराणसी सहित समूचे पूर्वांचल में मौसम का रुख बादलों की ओर हो चला है। गुरुवार सुबह बूंदाबांदी, दिन में उमस के बाद देर शाम बिजली की गड़गड़ाहट के बीच बादल झूम के बरसे।
कई इलाकों में जलभराव की स्थिति हो गई। बदले मौसम से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। लोगों को उमस से भी राहत मिली। इधर, बारिश के बीच ही अर्चकों ने मां गंगा की आरती उतारी। एक तरफ जहां झमाझम बरसात हो रही थी, वहीं दूसरी ओर भक्त भी आरती में भीगते हुए भक्ति में लीन रहे।
दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की ओर से होने वाली गंगा आरती के दौरान अर्चक मां गंगा की आरती कर रहे थे। वहीं भक्त भी आरती की धुन पर ताल से ताल मिला रहे थे। इस दौरान सुशांत मिश्रा, आशीष तिवारी, हनुमान यादव आदि मौजूद रहे।
24 घंटे में बढ़ गया 18 सेंटीमीटर गंगा का जलस्तर
पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही बरसात का असर गंगा पर पड़ने लगा है। पिछले तीन दिन से गंगा के जलस्तर में बढ़ाव जारी है। 24 घंटे के अंदर गंगा के जलस्तर में 18 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गुरुवार को गंगा के जलस्तर में 20 मिलीलीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी जारी थी।
केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार गंगा का जलस्तर 58.70 मीटर दर्ज किया गया। घाट की निचली सीढ़ियों और मढ़ियों तक पानी पहुंचने लगा है। वहीं बनारस में बढ़ाव के कारण गाजीपुर में भी गंगा के जलस्तर में बढ़ाव शुरू हो गया है।
तीन-चार दिन ऐसे ही रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार जिले में पिछले 24 घंटे में 18.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून की सक्रियता फिर से दिखने लगी है। तीन-चार दिन तक रुक-रुक कर बारिश होने के आसार हैं। बारिश और बिजली की गड़गड़ाहट के बीच एहतियातन बिजली उपकेंद्रों से आपूर्ति रोक दी गई। जैसे ही बिजली कटी उपकेंद्रों के फोन की घंटियां बजने लगीं। हर कोई बिजली के आने का कारण जानने में लग गया। कर्मचारियों ने बताया कि बारिश और बिजली की गडगड़ाहट बंद होने के बाद आपूर्ति बहाल होगी।
बारिश के चलते अंधरापुल, चौकाघाट, कैंट, सिगरा से लल्लापुरा मार्ग, मंडुवाडीह आदि इलाकों में जलभराव हो गया है। जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हुई। नालों की सफाई न होने से सीवर ओवर फ्लो कर रहा है। उधर जहां जहां खोदाई की गई वहां-वहां सड़कें धंस गईं।
किसानों के चेहरे खिल उठे
लंबे समय से बारिश का इंतजार करने वाले किसानों के चेहरे गुरुवार को खिल उठे। शाम को हुई झमाझम बारिश की वजह से खेतों में पानी भर आया। इससे हाल ही में धान की नर्सरी डालने वाले किसानों में अच्छी खेती की उम्मीद भी जग गई। सेवापुरी, चौबेपुर, चिरईगांव, रोहनिया, आराजीलाइन सहित कई जगहों पर बारिश की वजह से खेतों में पानी भर गया।