यूपी के संभल में हुई हिंसा के आरोपियों के खिलाफ पुलिस-प्रशासन सख्त रुख अपना रहा है. जिन लोगों ने जिले में उपद्रव किया, तोड़फोड़ की, उनके पोस्टर अब शहर के चौराहों पर लगाए जाएंगे. पुलिस ने यह भी अनुमान लगाया है कि संभल हिंसा में आगजनी और तोड़फोड़ से करीब 1 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. इस नुकसान की वसूली भी उपद्रवियों से की जाएगी.
UP News: इन सबके बीच संभल में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है, क्योंकि कल 6 दिसंबर है. 6 दिसंबर के दिन ही 1992 में अयोध्या स्थित बाबरी ढांचे को ध्वस्त किया गया था. इसको लेकर जहां हिंदूवादी संगठन ‘शौर्य दिवस’ मनाते हैं वहीं मुस्लिम संगठन विरोध दर्ज कराते हैं. ऐसे में शहर में भारी पुलिस लगाया गया है. इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
वहीं, जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने बताया- हम संभल हिंसा में शामिल लोगों के पोस्टर लगाएंगे… पूरी संभावना है कि आज ही पोस्टर लगाए जाएं. उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों ने जामा मस्जिद सर्वेक्षण को लेकर भड़की हिंसा के संबंध में 400 से अधिक उपद्रवियों की पहचान कर ली है.
संभल के जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि हम अभी पोस्टर डिजाइन कर रहे हैं. इसे आज अंतिम रूप दिया जाएगा. 400 लोगों की पहचान की गई है. गिरफ्तार किए गए लोगों को बाहर करने के बाद बचे लोगों के पोस्टर लगाए जाएंगे.
वहीं, पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि बाकी आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं. अब तक 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य को पकड़ने के प्रयास जारी हैं. 83 लोगों के नाम सामने आए हैं और 400 तस्वीरें एकत्र की गई हैं. एक विशिष्ट पहचान प्रक्रिया अपनाई जा रही है.
नुकसान के बारे में एसपी ने कहा, “अब तक 1 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान की सूचना मिली है. इसमें जले हुए ट्रांसफॉर्मर, टूटे हुए कैमरे और आग लगाई गई गाड़ियां शामिल हैं. पहचान होने के बाद दंगाइयों से वसूली की जाएगी और उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किए जाएंगे.”
इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने 27 नवंबर को कहा कि वह संभल हिंसा में शामिल लोगों से सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई कराएगी और उनकी तस्वीरें सार्वजनिक दीवारों पर प्रदर्शित करेगी. 2020 में सरकार ने सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान कथित रूप से तोड़फोड़ से जुड़े लोगों के पोस्टर लगाए थे. हालांकि, बाद में अदालत के आदेश के बाद पोस्टर हटा दिए गए थे.
जामा मस्जिद में कल जुमे की नमाज के लिए प्रशासन की तैयारियों पर जिला मजिस्ट्रेट ने कहा पूरी तैयारी की गई है. आज शांति समिति की बैठक हो रही है और मस्जिद नेताओं से भी चर्चा हुई है. बैठक के बाद मस्जिद नेता शांति की अपील करते हुए सोशल मीडिया पर बयान जारी करेंगे. जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से होगी, लेकिन हम सतर्क हैं. पुलिस शाम को पैदल गश्त करेगी.
एसपी ने 6 दिसंबर की तैयारियों के बारे में कह कि संभल जिला पूरी तरह से तैयार है. आरएएफ की एक कंपनी, पीएसी की नौ कंपनियां और अतिरिक्त आरआरएफ कर्मियों को तैनात किया गया है. दिन को शांतिपूर्ण तरीके से गुजारने के लिए हर कोने पर पुलिस तैनात रहेगी.
गौरतलब हो कि 19 नवंबर से ही संभल में तनाव की स्थिति बनी हुई थी, जब अदालत के आदेश पर मुगलकालीन मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि उस स्थान पर पहले हरिहर मंदिर था. 24 नवंबर को दूसरे सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी, जब प्रदर्शनकारी शाही जामा मस्जिद के पास एकत्र हुए और सुरक्षा कर्मियों से भिड़ गए. हिंसा में चार लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए.