यूपी के संभल जिले में मंगलवार दोपहर बेटी को पड़ोसी युवक से फोन पर बात करते देख बौखलाए पिता ने लोहे की रॉड से कई वार करके बेटी की हत्या कर दी। इसके बाद उसने खुद भी जहरीला पदार्थ खा लिया और घर से निकल गया। परिजनों ने उसे बेहोशी की हालत में पहले निजी अस्पताल और फिर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में चिकित्सक ने उसे मेरठ रेफर कर दिया। उधर, घटना की जानकारी होने पर पहुंचे अफसरों ने मौका मुआयना किया। फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए।
थानाक्षेत्र के अशरफपुर गांव निवासी राजपाल जाटव की बेटी अंशू (19वर्ष) के मोहल्ले के ही युवक से करीब दो वर्षों से प्रेम संबंध थे। परिजनों के समझाने के बाद भी अंशू उक्त युवक से फोन पर बात करती थी। मंगलवार दोपहर भी अंशू उक्त युवक से फोन पर बात कर रही थी। उसकी मां मिथलेश घर की छत पर थी। राजपाल ने पहले बेटी को फोन करने से मना किया लेकिन वह नहीं मानी। इससे गुस्साए राजपाल ने घर में रखी लोहे की रॉड से अंशू के सिर और चेहरे पर कई वार कर दिए। लहुलुहान बेटी के जमीन पर गिरने के बाद भी राजपाल ने सिर और चेहरे पर रॉड से कई वार किए।
बेटी की चीख सुनकर मां मिथलेश छत से दौड़ते हुए नीचे आई लेकिन तब तक बेटी दम तोड़ चुकी थी। इस बीच राजपाल ने घर में रखा सल्फास खा लिया और घर से निकल गया। मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। परिवार के लोगों ने कुछ ही दूरी पर बेहोशी की हालत में मिले राजपाल को सैदनगली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना पाकर थानाध्यक्ष डॉ. रूकमपाल सिंह, सीओ कुलदीप सिंह और एएसपी श्रीश्चंद्र मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने सैदनगली के अस्पताल से राजपाल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
एएसपी उतरी श्रीश्चंद्र ने बताया, अशरफपुर गांव में लोहे की रॉड से बेटी की हत्या की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पूछताछ में सामने आया कि एक युवक से प्रेम संबंधों के संदेह के आधार पर पिता ने लोहे की रॉड से बेटी की हत्या की। उसके बाद खुद जहरीला पदार्थ खा लिया। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।