Admission Alert: इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में नए शैक्षिक सत्र 2024-25 में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) में शामिल होने की अनिवार्यता नहीं होगी। कॉलेजों में दाखिले का आधार इंटरमीडिएट की मेरिट होगी। इविवि प्रवेश प्रकोष्ठ ने कॉलेजों में बगैर सीयूईटी वालों के लिए गाइड लाइन जारी कर दी है। इस बार कॉलेजों को सीधे पंजीकरण की छूट इविवि प्रशासन ने प्रदान की है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं संबद्ध कॉलेजों में शैक्षिक सत्र 2021-22 से सीयूईटी के तहत स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लिए जा रहे हैं। कैंपस की सीटें तो भर जा रही हैं, लेकिन कॉलेजों में सीटें नहीं भर रही हैं। पिछले साल अधिकांश कॉलेजों में स्नातक की 50 से 60 फीसदी ही सीटें भरी थीं। कॉलेजों में सीटें भरने के लिए विश्वविद्यालय ने बगैर सीयूईटी में शामिल छात्र-छात्राओं के प्रवेश लिए जाने की अनुमति दे दी है। हालांकि पहले उन्हें सीयूईटी में शामिल विद्यार्थियों को प्राथमिकता देनी होगी। सीट रिक्त होने पर इंटर की मेरिट के आधार पर बगैर सीयूईटी में शामिल छात्रों को प्रदेश दे सकेंगे।
अब एक बार ही प्रवेश के लिए कराना होगा पंजीकरण
इविवि और कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को अब एक बार ही पंजीकरण करना होगा। पहले विद्यार्थियों को इविवि में पंजीकरण कराना होता था। इसके बाद संबंधित कॉलेज में शुल्क जमा कर पंजीकरण कराना पड़ता था। प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. जेके पति ने बताया कि परिसर में सीयूईटी के स्कोर पर प्रवेश दिया जाएगा। यदि छात्र इविवि में पंजीकरण करा लिया है उसका प्रवेश नहीं हुआ, इस पर छात्र को संबंधित कॉलेज में फिर से शुल्क देकर पंजीकरण नहीं कराना होगा। अनारक्षित और ओबीसी वर्ग के 300 रुपये और दिव्यांग, एससी-एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 150 रुपये पंजीकरण शुल्क तय किया गया है।
संबद्ध कॉलेजों की 9500 सीटों पर स्नातक में होगा प्रवेश
इविवि एवं कॉलेजों में स्नातक (बीए, बीएससी, बीकॉम, बीएफए, बीपीए) की तकरीबन 17 हजार सीटों प्रवेश होगा। अगर संबद्ध कॉलेजों की बात करें तो तकरीबन 9500 सीटों पर यूजी में प्रवेश होगा। पिछले साल कॉलेजों में बीए पाठ्यक्रम में आधे से कम सीटों पर प्रवेश हुआ था।
कॉन्वेंट स्कूलों में प्रवेश को तीन दिन में करें आवेदन
आरटीई के तहत निजी स्कूलों में अलाभित समूह एवं दुर्बल वर्ग के बच्चों को कक्षा एक व पूर्व प्राथमिक कक्षाओं में चौथे चरण में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन सिर्फ 20 जून तक स्वीकार किए जाएंगे। आवेदन पूरे होने के बाद 28 जून को लॉटरी निकलेगी और सात जुलाई तक प्रवेश दिए जाएंगे।
प्रयागराज में अब तक तीन चरणों में 3617 बच्चों को स्कूल आवंटित किए जा चुके हैं। पहले चरण में आवेदन करने वाले 5592 बच्चों में से 2318 बच्चों को स्कूल आवंटित किए गए थे। दूसरे चरण में 1978 बच्चों में से 911 को स्कूल आवंटित हुई जबकि तीसरे चरण में आवेदन करने वाले 704 अभ्यर्थियों में से 388 बच्चों को स्कूल आवंटित हुई।
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