हरियाणा विधानसभा चुनाव में इनेलो के साथ गठबंधन करके मैदान में उतरीं बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी की हार के लिए जाट समाज पर ठीकरा फोड़ा है। मायावती ने जाट समाज को जातिवादी मानसिकता वाला बताते हुए यूपी से सीख लेने की नसीहत भी दी है। इसके साथ ही अपने कार्यकर्ताओं को निराश नहीं होने की सलाह दी है। कार्यकर्ताओं से कहा कि हिम्मत नहीं हारनी है, अपना रास्ता खुद बनाना है। कहा कि नया रास्ता निकलेगा।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर मायावती ने लिखा कि हरियाणा विधानसभा आम चुनाव बीएसपी व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया। इससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अन्तर से हार गए। मायावती ने यह भी कहा कि हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांसफर हुआ है।
मायावती ने कहा कि यूपी के जाट समाज के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है और वे बीएसपी से एमएलए और सरकार में मंत्री भी बने हैं। हरियाणा प्रदेश के जाट समाज के लोगों को भी उनके पदचिन्हों पर चलकर अपनी जातिवादी मानसिकता को जरूर बदलना चाहिए, यह खास सलाह।
मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि बीएसपी के लोगों द्वारा पूरी दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ने के लिए सभी का हार्दिक आभार प्रकट करती हूं। आश्वस्त करती हूँ कि उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। लोगों को निराश नहीं होना है और न ही हिम्मत हारनी है। बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तत्पर रहना है। नया रास्ता निकलेगा।
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