बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि आजादी के बाद से ज्यादातर समय कांग्रेस के हाथ में सत्ता रही, जो गलत नीतियों के कारण सत्ता से बाहर हो गई। अब भाजपा भी जाने वाली है। अतर्रा के हिन्दू मैदान में बुधवार को पार्टी प्रत्याशी मयंक द्विवेदी के समर्थन में आयोजित जनसभा में उन्होंने कहा कि वोटिंग मशीनों में कोई गड़बड़ी नहीं की जाती है। निष्पक्ष चुनाव होता है तो भाजपा की नाटकबाजी, जुमलेबाजी और गारंटी काम नहीं आने वाली है। क्योंकि अब देश की जनता समझ चुकी है।
भाजपा ने देश के गरीबों, कमजोर तबकों, मेहनतकश लोगों को अच्छे दिन दिखाने का प्रलोभन दिया। हवा हवाई और कागजी गारंटी दी मगर हकीकत यह है कि एक चौथाई काम भी नहीं किया। इसके स्थान पर पूंजीपतियों और धन्नासेठों को ही ज्यादा से ज्यादा धनवान बनाने, हर स्तर पर छूट देने और बचाने में लगी रही है।
बीजेपी और अन्य सभी विरोधी पार्टियों ने देश के पूंजीपतियों और धन्ना सेठों से चंदा लिया।
मायावती ने इन लोगों के आर्थिक स्रोत से ही ऐसी पार्टियां अपना संगठन चलाती हैं। चुनाव लड़ाती हैं। कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बांड के संबंध में खुलासा किया है। इसमें पता चला है कि कांग्रेस, बीजेपी और अन्य सभी विरोधी पार्टियों ने देश के पूंजीपतियों और धन्ना सेठों से चंदा लिया। अखबारों में खबर भी छपी है। आपको अपनी गर्व होना चाहिए कि पूरे देश में बसपा ही ऐसी पार्टी है, जिसने किसी भी पूंजीपति से एक भी रुपये नहीं लिए। यह भी रिपोर्ट में छपा है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि हम मेंबरशिप और जन्मदिन पर थोड़ा-थोड़ा
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि हम मेंबरशिप और जन्मदिन पर थोड़ा-थोड़ा धन एकत्र कर पार्टी का एक साल का खर्चा उठाते हैं। चुनाव में अपनी पार्टी के लोगों से अपील करते हैं कि थोड़ी-थोड़ी मदद करें, जिससे दूसरों पर निर्भर न रहने पड़ा। ऐसा लगता है कि कांग्रेस की तरह बीजेपी ने भी सरकारी जांच एजेंसियों का राजनीतिकरण किया है।