यूपी में सपा कई नेताओं के साथ समाजवादी पार्टी के झंडे के कलर का शादी कार्ड भेजकर कांड कर दिया गया है। इस शादी के कार्ड को जिसने-जिसने खोला या डाउनलोड किया, अब वह-वह सपा नेता माथा पकड़कर बैठ गया है। किसी के खाते से 50 हजार तो किसी के खाते से कई लाख गायब हो गए हैं।
यूपी में कई सपा नेताओं के साथ बड़ा खेल हो गया है। व्हाट्स एप पर शादी का कार्ड भेजकर किसी ने ऐसा कांड कर दिया कि सनसनी फैली हुई है। एक साथ कई सपा नेताओं को निशाना बनाया गया है। सुल्तानपुर में लंभुआ विधानसभा क्षेत्र के सपा नेताओं के ग्रुप पर भेजे गए इस डिजिटल शादी कार्ड को जिसने-जिसने भी डाउनलोड किया या उसे देखने की कोशिश की, उसके-उसके बैंक खाते खाली होते चले गए। किसी के खाते से 50 हजार तो किसी के खाते से एक लाख और उससे अधिक की धनराशि कुछ ही मिनटों में गायब हो गई। ग्रुप समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का था ऐसे में ज्यादातर इस कांड का शिकार समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता ही हुए हैं। कई नेताओं ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज करा दी है।
बताया जाता है कि समाजवादी पार्टी विधानसभा क्षेत्र लंभुआ के नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। इसमें सैकड़ों लोग बतौर मेंबर हैं। इसी ग्रुप में शामिल जितेंद्र वर्मा उर्फ बाजीगर के नाम से शामिल मेंबर ने एक शादी का कार्ड ग्रुप में पोस्ट किया। शादी का यह कार्ड समाजवादी पार्टी के झंडे के कलर में बनाया गया था। ऐसे में सपा नेताओं ने उत्सुकतावश उसे देखने के लिए डाउनलोड और ओपन करना शुरू कर दिया।
कार्ड पर शादी की तारीख 25 जुलाई 2025 लिखी थी। इसके साथ ही स्वागत की बात के साथ शादी में जरूर आएं लिखा था। यह भी लिखा था कि प्यार वह मास्टर कुंजी है, जो खुशी का द्वार खोलती है। इस कार्ड को जो भी खोलता गया उसका मोबाइल हैक होता चला गया। उस वक्त तो किसी को कुछ समझ नहीं आया कि आखिर हुआ क्या है। बाद में अपने साथ हुए कांड से सपाई भौंचक रह गए।
देहात कोतवाली क्षेत्र के केनारा ग्राम प्रधान मनीष यादव बताते हैं कि उन्होंने जब कार्ड खोला तो उनके खाते में रकम नहीं थी। दो-तीन दिन बाद खाते में 74000 आया तो तीन बार में निकल गया। उन्होंने बताया की पंचायत सचिव लवनीत शर्मा के भी खाते से करीब 90 हजार रुपया निकला है।
इसी तरह 0बीसापुर निवासी हरिकेश यादव के खाते में 56000 था। शादी का कार्ड उन्होंने खोला तो उनका मोबाइल करीब 5 मिनट तक हैक रहा। कुछ देर बाद जब मोबाइल सामान्य हुआ तो खाते से 56000 निकलने का मैसेज आया। समाजवादी पार्टी यूथ बिग्रेड के प्रदेश सचिव व हरिहरपुर निवासी नवनीत यादव के खाते से करीब एक लाख निकल गया है। उन्होंने बताया की शादी का कार्ड खोलते ही मोबाइल हैक हो गया था।
उनके ही गांव के पूर्व प्रधान प्रत्याशी उमेश गौतम के खाते से भी 54000 रुपया निकल चुका है। सहिनवा निवासी प्रदीप यादव के खाते से करीब 1.25 लाख रुपया निकला है। इसी तरह से पीड़ित लोगों की लिस्ट दर्जनों की संख्या में है। डिजिटल लूट का शिकार हो गए सपा नेताओं ने साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। कहा जा रहा है कि एपीके फाइल से इस लूट को अंजाम दिया गया है।
क्या है APK फाइल
APK फाइल एक पैकेज फाइल फार्मेट होता है। इसका इस्तेमाल Android ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा मोबाइल ऐप्स इंस्टॉल करने के लिए किया जाता है। APK फाइल में किसी डिवाइस पर किसी ऐप को इंस्टॉल करने के लिए सभी ज़रूरी साफ्टवेयर होते हैं। इन फाइलों में वह सभी चीजें होती हैं, जिनकी किसी ऐप को किसी डिवाइस पर इंस्टॉल करने के लिए ज़रूरत होती है। साइबर अपराधी APK फाइलों को ही भेजकर आपके मोबाइल में डाउनलोड और इंस्टॉल करते हैं। यह एपीके फाइल इस तरह से बनाई जाती हैं जो कई चरण में किसी मोबाइल फोन को पूरी तरह नियंत्रित कर लेती हैं।
साइबर अपराधी इससे क्या-क्या कर सकते हैं
एपीके फाइल किसी मोबाइल में डाउनलोड होते ही पूरे मोबाइल सिस्टम का नियंत्रण साइबर अपराधी के पास पहुंच जाता है। साइबर अपराधी मोबाइल से व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुरा लेते हैं। इसी का इस्तेमाल कर आपके बैंक खातों, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्यक्तिगत ईमेल तक पहुंच जाते हैं।