Up news :लोकसभा चुनाव में राम मंदिर को भाजपा ने बड़ा मुद्दा बनाया हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक हर सभा में राम मंदिर के निर्माण का जिक्र कर रहे हैं। इसके साथ ही राम मंदिर के उद्घाटन का न्योता ठुकराने का आरोप गांधी परिवार पर लगा रहे हैं। इस मामले पर अब सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने खुलासा किया है। उनका कहना है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहां एक धर्मनिरपेक्ष सरकार होनी चाहिए।
इंडिया न्यूज से बातचीत में रॉबर्ट वाड्रा ने प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने और खुद राजनीति में आने के सवालों का भी खुलकर जवाब दिया। रॉबर्ट ने कहा कि प्रियंका खुद चुनाव नहीं लड़ना चाहती हैं। इसी वजह से उन्होंने अब तक किसी भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ा है। गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी में कोई भी उन्हें चुनाव लड़ने से नहीं रोक रहा है। खुद के राजनीति में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर लोगों ने चाहा और उनके परिवार ने कहा तो वह राजनीति में जरूर आएंगे। हालांकि कहा कि उन्होंने कभी टिकट नहीं मांगा था।
पिछले दिनों अमेठी से लड़ने की इच्छा जताने पर कहा कि वह राजनीति में ही नहीं आना चाहते थे, लेकिन मौजूदा सरकार उन्हें राजनीति में खींच लाई। इस दौरान उन्होंने यह खुलासा भी किया कि 2004 में सभी लोग चाहते थे कि सोनिया गांधी प्रधानमंत्री बनें, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और मनमोहन सिंह को इस पद के लिए चुना गया।
मोदी सरकार पर हमला करते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि यहां सबकुछ ठीक होने पर भी हो सकता है कि आपको जेल भेज दिया जाए। कहा कि ईडी ने उनकी जांच की और लगातार उन्हें परेशान करने की कोशिश की गई। विरोधियों को लगा कि वाड्रा देश छोड़कर चले जाएंगे, लेकिन वह हम और मजबूत हुए। बताया कि जब वह विदेश में बेटी के पैर का ऑपरेशन करा रहे थे, तब ईडी के डायरेक्टर ने उन्हें समन किया। इसके बाद वह सब कुछ छोड़कर ईडी के सामने पेश हुए।