Gorakhpur Spiritual Library: गोरखपुर में इतिहास और सभ्यता संस्कृति की कई महत्वपूर्ण जगह मौजूद है, जिसे देखने आज भी लोग आते हैं। चाहे गांधी आश्रम की बात करें या चोरीचोरा कांड की, लेकिन अब गोरखपुर की पहचान अध्यात्मिक पुस्तकालय से भी की जाएगी।
भारत का सबसे बड़ा अध्यात्मिक पुस्तकालय को बनाने की तैयारी गोरखपुर में की जा रही है। इसे चंपा देवी पार्क में 25 एकड़ के एरिया में बनाया जाएगा। इस पुस्तकालय के अंदर भारतीय सभ्यता संस्कृति की पर्याप्त सामग्री उपलब्ध रहेगी।
गोरखपुर के चंपा देवी पार्क के कन्वेंशन सेंटर को बनाने की प्रक्रिया को जल्द ही शुरू किया जाएगा. इसके लिए सीएम योगी ने जीडीए के अधिकारियों के साथ यहां के ऐतिहासिक महत्व और नाथपंथ, महात्मा बुद्ध और संतकबीर की स्थली को देखते हुए कई बार ऐसी जरूरतों पर इच्छा जता चुके हैं. गोरखपुर विश्वविद्यालय में भी उनकी पहल पर नाथ पंथ पर शोध के लिए पीठ बन चुकी है. जिससे युवाओं का रुझान भी यहां के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के स्थलों पर शोध करने के साथ ही उसके बारे में लोगों को जानकारियां उपलब्ध कराना है.
पुस्तक-डिजिटल दोनों की व्यवस्था होगी मौजूद
जिस प्रकार 500 करोड़ रुपयों की लागत से जीडीए इस आध्यात्मिक पुस्तकालय को बनाने की तैयारी कर रहा है। उसी प्रकार इसमें सारी व्यवस्था और सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस अध्यात्मिक पुस्तकालय में आने वाले हर व्यक्ति के लिए पुस्तक के रूप में और डिजिटल रूप में दोनों में अध्यात्म की जानकारी मौजूद होगी। इसके अंदर भारतीय संस्कृति, नाथ पंथ, कबीर पंथ, एवं हिंदुत्व आदि के बारे में पर्याप्त सामग्री उपलब्ध रहेगी।