किसानों की बात नहीं सुनने पर 9 इंजीनियरों पर ऐक्शन हुआ है। एक अधिशासी अभियंता, तीन सहायक अभियन्ता तथा पांच अवर अभियन्ता को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। प्रमोशन भी रोक दिया गया है।
किसानों की समस्याओं के निदान में लापरवाही करने, उनके धरना स्थल पर न पहुंचने, सीएम आवास जा रहे किसानों से वार्ता न करना आवास विकास के नौ इंजीनियरों को भारी पड़ गया है।नौ इंजीनियरों के खिलाफ योगी सरकार ने ऐक्शन लिया है। आवास आयुक्त डाॅ. बलकार सिंह ने मामले में आवास विकास के इन इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश किया है। एक अधिशासी अभियंता, तीन सहायक अभियन्ता तथा पांच अवर अभियन्ता को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। अब इन इंजीनियरों का प्रमोशन रोक दिया गया है। उनकी सेवा के दौरान आगे इन इंजीनियरों का प्रमोशन नहीं किया जाएगा। ऐक्शन के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है।
आवास विकास परिषद की अवध विहार योजना के किसान 23 अक्तूबर 2024 को योजना में धरना प्रदर्शन कर रहे थे। आवास विकास का कोई इंजीनियर इन किसानों के बीच नहीं पहुंचा। किसानों की समस्याओं के निदान का प्रयास नहीं किया। धरना प्रदर्शन के बाद किसानों ने सीएम आवास की तरफ कूंच कर दिया था। तब भी इंजीनियर इनसे वार्ता करने नहीं गए। जिससे असहज स्थिति पैदा हुई। किसान आवास विकास मुख्यालय भी आए थे। आवास आयुक्त डा. बलकार सिंह ने इस मामले में जांच बैठाई थी। जोनल आवास आयुक्त हिंमाशु गुप्ता ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट आवास आयुक्त के पास भेजी थी। अब इस मामले में आवास आयुक्त ने जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। आवास आयुक्त ने जांच में जिम्मेदार व दोषी पाए गए नौ इंजीनियरों को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। इससे अब इन इंजीनियरों का उनकी सेवा के दौरान आगे प्रमोशन नहीं हो पाएगा।
इनके खिलाफ हुई कार्रवाई
आवास आयुक्त डा. बलकार सिंह ने अधिशासी अभियन्ता शशांक पाण्डेय, सहायक अभियन्ता प्रमोद कुमार, शुभम सिंह, राकेश कुमार तथा अवर अभियन्ता कुंदन कुमार, मनुदेव, आनन्द भवन सिंह, पवन कुमार व विमल कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है।
लापरवाही व घटिया निर्माण कराने वाले कई और इंजीनियर निशाने पर
आवास विकास के प्रदेश की अन्य योजनाओं में घटिया निर्माण करने वाले कई और इंजीनियर आवास आयुक्त के निशाने पर हैं। इन इंजीनियरों के खिलाफ भी जल्दी ही कार्रवाई होगी। आवास आयुक्त ने 27 मई को भी चार इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई की थी। आम्रपाली योजना में घटिया निर्माण कराने वाले सहायक अभियन्ता अमरजीत यादव तथा अवर अभियन्ता शैलेन्द्र सिंह को सस्पेंड कर दिया था। अधीक्षण अभियन्ता राहुल यादव तथा अधिशासी अभियन्ता नागेन्द्र कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी की थी।