दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की तरह अब लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे व पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर यात्री वाहन 120 किमी की रफ्तार पर चल सकेंगे। अभी तक अधिकतम स्पीड 100 किमी थी। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) बोर्ड बैठक में शुक्रवार को यह निर्णय लिया गया।
बैठक में यूपीडा के संचालित एक्सप्रेसवेज पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा, संशोधन के संबंध में प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। इस निर्णय के तहत प्रवेश नियंत्रित एक्सप्रेसवे पर चालक की सीट के अतिरिक्त अधिकतम आठ सीटों वाले यात्रियों के परिवहन के लिए उपयोग किए जाने वाले मोटर वाहन (एम 1 श्रेणी के वाहन) के लिए अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा नियत की गई है।
इसी प्रकार चालक की सीट के अतिरिक्त अधिकतम नौ या अधिक सीटों वाले यात्रियों को ले जाने के लिए उपयोग किए जाने वाले मोटर वाहन (एम 2 और एम-3 श्रेणी के वाहन) के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा, माल ढुलाई के लिए प्रयुक्त मोटर वाहन (सभी एन श्रेणी के वाहन) तथा मोटर साइकिल के लिए अधिकतम गति सीमा 80 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है।
इसके तहत यूपीडा के अधीन संचालित एक्सप्रेसवेज पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की अद्यतन अधिसूचना 6 अप्रैल, 2018 के अनुसार संशोधित किये जाने का निर्णय लिया गया। अभी तक यूपीडा के अधीन संचालित एक्सप्रेसवेज पर कार के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा तथा मिनी बस, माल ढोने के वाहनों व मोटर साइकिल के लिए 80 किमी प्रति घंटा निर्धारित थी। बैठक में यूपीडा के एसीईओ श्रीहरि प्रताप शाही सहित बोर्ड के पदाधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
वर्तमान स्पीड प्रति किमी घंटा नई स्पीड प्रति किमी घंटा
यात्री वाहन (आठ सीटर से अधिक नहीं) एम 1 श्रेणी 100 120
वाहन नौ सीट या अधिक एम 2 व एम 3 श्रेणी 80 100
मालवाहक एन श्रेणी 80 80
मोटरसाइकिल 80 80
थ्री व्हीलर 60 –