सीतापुर में 25 जनवरी को रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र में हुई मासूम की हत्या के मामले में पुलिस हत्यारे तक पहुंच गई है। हत्या किसी और ने नहीं बल्कि मासूम के पिता मोहित मिश्रा ने ही की थी।
यूपी के सीतापुर में 25 जनवरी को रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र में हुई मासूम की हत्या के मामले में पुलिस हत्यारे तक पहुंच गई है। हत्या किसी और ने नहीं बल्कि मासूम के पिता मोहित मिश्रा ने ही की थी। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी पिता ने अपना जुर्म भी कुबूल कर लिया है। उसने बताया कि उसने नशे के आवेश में आकर उसने बेटी की हत्या करके टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे। बेटे के मुंह से पोती की हत्या की बात सुनते ही बाबा बेहोश हो गया।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट्स के अनुसार आरोपी 40 वर्षीय मोहित मिश्रा अपनी बेटी तानी के पड़ोसी के घर जाने से नाराज था, जिससे उसका विवाद चल रहा था। पुलिस ने बताया कि 25 फरवरी को सूचना मिली थी कि एक पांच साल की बच्ची लापता है, जिसकी शिकायत खुद मासूम के आरोपी पिता ने दर्ज कराई थी। लड़की के पिता की शिकायत पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण रंजन सिंह ने पुलिस की चार टीमें बनाईं और मासूम की तलाश में जुट गईं। तलाशी के दौरान पुलिस को शव का एक हिस्सा मिला।
अगले दिन और अवशेष मिले, जिससे पुष्टि हुई कि उसकी हत्या की गई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान वे बार-बार लोगों से पूछताछ कर रहे थे, तभी लड़की का पिता अचानक गायब हो गया। पिता ने फोन अपनी पत्नी को दे दिया और गायब हो गया। जब वह गायब हो गया, तो हमने परिवार के सदस्यों से बच्ची के लापता होने से पहले हुई घटनाओं के बारे में पूछा। जब पिता फिर से सामने आया, तो उससे पूछताछ की गई और उसने आखिरकार लड़की की हत्या करने और शव को ठिकाने लगाने की बात कबूल कर ली।
कपड़े से गला घोटकर उतारा था मौत के घाट
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसका परिवार कभी अपने पड़ोसी रामू के परिवार के बहुत करीब था और वे अक्सर एक-दूसरे से मिलने आते थे। कुछ दिन पहले, दोनों परिवारों के बीच बहस छिड़ गई और उन्होंने मिलना बंद कर दिया। मोहित ने अपनी बेटी को कई बार रामू के घर न जाने की चेतावनी दी, लेकिन वह खेलने के लिए वहाँ जाती रही। मोहित ने पुलिस को यह भी बताया कि घटना वाले दिन उसने अपनी बेटी को रामू के घर से लौटते देखा, जिससे वह भड़क गया। पुलिस अधिकारी ने बताया, गुस्से में आकर वह अपनी बेटी को बाइक पर बैठाकर सुनसान जगह पर ले गया, उसके कपड़ों से उसका गला घोंट दिया और शव को सरसों के खेत में फेंक दिया। यह जघन्य अपराध पुलिस की व्यापक जांच के बाद सामने आया, जिसमें 100 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई।