उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काफी कार्य हुआ है। इसमें पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का पूरा होना शामिल है, जो अपने-अपने क्षेत्रों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। यह बात पीडब्ल्यूडी मंत्री के तकनीकी सलाहकार वीके सिंह ने कही।
वह शनिवार को सीआईआई द्वारा गोमतीनगर स्थित सीआईआई भवन में आयोजित सड़क विकास की निर्माण क्षेत्र में नवीन तकनीकों, संभावनाओं, अवसरों पर तकनीकी सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें सड़कों के दीर्घकालिक रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी के संदर्भ में पारंपरिक तरीकों से नई पद्धति की ओर बढ़ने की जरूरत है। ऐसा करते हुए सड़कों की रीसाइक्लिंग, पर्यावरणीय संरक्षण तथा लागत तथा कार्यप्रणाली का ध्यान रखना होगा।
सीआईआई यूपी स्टेट काउंसिल की चेयरपर्सन स्मिता अग्रवाल
सीआईआई यूपी स्टेट काउंसिल की चेयरपर्सन स्मिता अग्रवाल व सीआईआई यूपी चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने कहा कि भारतमाला परियोजना के तहत निर्मित इन एक्सप्रेस वे ने न केवल राज्य के सड़क बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है, बल्कि देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
वे बाजारों तक पहुंच में सुधार करते हुए माल और यात्रियों की कुशल आवाजाही की सुविधा प्रदान करते हैं, जिससे समग्र विकास में योगदान मिलता है। इस अवसर पर धर्मवीर सिंह, प्रोफेसर-ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी बॉम्बे ने कहा कि सड़क निर्माण के अंतर्राष्ट्रीय मानक के बराबर प्रतिस्पर्धा करने और उससे मेल खाने के लिए भारत में सड़क क्षेत्र में अत्यधिक तकनीकी प्रगति हुई है।
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