Ganga Express Way: प्रयागराज में महाकुंभ के मद्देनजर गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में तेजी आ गई है। यूपीडा के अधिकारियों के मुताबिक इस साल दिसंबर तक इस एक्सप्रेस-वे पर यातायात शुरू हो जाएगा। औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ के दिशा-निर्देशन में अधिकारी लगातार स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्य की प्रगति पर नजर रखे हुए हैं।
विभागीय मंत्री नंदी का कहना है कि लोगों की सुविधा के लिए इसे दिल्ली से आ रहे यमुना एक्सप्रेस-वे के साथ ही पूर्वांचल और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से भी जोड़ा जाएगा। प्रदेश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे में शुमार गंगा एक्सप्रेस-वे के बनने से यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों को भी बहुत फायदा होगा।
इस एक्सप्रेस-वे के किनारे मेरठ, हापुड़, बरेली, मुरादाबाद, हरदोई, लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज में औद्योगिक गलियारा भी बनाया जा रहा है। 594 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे के बनने से मेरठ से प्रयागराज तक का सफर 6 से 8 घंटे में पूरा होगा।
ट्रैफिक मैनेजमेंट कमांड सेंटर से लैस होगा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (एटीएमएस) से लैस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यूपीडा ने इस प्रक्रिया को क्रियान्वित करते हुए रिक्वेस्ट फॉर क्वॉलिफिकेशन (आरएफक्यू) व रिक्वेस्ट फॉर प्रजोजल (आरएफपी) माध्यम से आवेदन मांगे हैं।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक मैनेजमेंट कमांड सेंटर की स्थापना होगी। इसके जरिए ट्रैफिक मॉनिटरिंग व मैनेजमेंट प्रक्रिया को बल मिलेगा। ट्रैफिक मैनेजमेंट कंट्रोल (टीएमसी) यूनिट को 360 टेराबाइट रिकॉर्डिंग सर्वर स्टोरेज से युक्त किया जाएगा। बैकअप रिकॉर्डिंग्स के लिए भी रिकॉर्डिंग स्टोरेज सर्वर युक्त होगा।
वाहनों की रफ्तार पर रखी जाएगी नजर
मोशन डिटेक्शन सर्विलांस कैमरा व व्हीकल स्पीड डिटेक्शन सिस्टम को एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ लगाया जाएगा। इससे, ओवरस्पीडिंग करने वाली गाड़ियों के विषय में अलर्ट जारी हो सकेगा और कंट्रोल रूम द्वारा इसे तुरंत ट्रैक किया जा सकेगा।
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