यूपी में एक बार फिर अवैध निर्माणों को लेकर सरकार सख्त हो गई। ऐसे जगहों को विभाग चिह्नित करने में जुट गया है। इसके बाद इन अवैध निर्माण वाली जगहों पर बुलडोजर चलाया जाएगा। बुलडोजर चलाए जाने की खबर के बाद से ही लोगों में हड़कंप मचा है। दरअसल एआरटीओ कार्यालय के बाहर दलालों के अड्डा बन चुके हैं। कई दिन से डीएम सहित प्रशासनिक अधिकारियों के पास जा रही थी। इस पर छापामारी की तो एआरटीओ कार्यालय के बाहर दुकानों पर भीड़ मिल गई। जिसके बाद एडीएम ने दुकानों की जांच करने को भी सिटी मजिस्ट्रेट को निर्देश दिये,अगर बिना नक्शा अवैध तरीके से बनीं हैं अवैध निर्माण को तुड़वाया जाये। 28 सितंबर 2022 में डाले गये छापे में 14 दलाल पकड़े थे। 30 दुकानों को सील कर दिया गया था। छह महीने बाद अफसरों से सेटिंग करके दुकानों को फिर से खुलवा लिया गया।
बिल्सी रोड़ पर एआरटीओ कार्यालय के सामने व बगल में 30 संचालित हैं। अधिकांश दुकानों पर साइबर कैफे के साथ लाइसेंस बनवाने का काम किया जाता है। एक-एक संचालक ने कई-कई दलाल रख लिये हैं, जिनके द्वारा दलालों को एआरटीओ कार्यालय के अंदर सक्रिय रखा जाता है। डीएल बनवाने से लेकर गाड़ी ट्रांसर्फर कराने से लेकर टैक्स जमा तक करने के कार्यों का लोगों से ठेका लिया जाता है।
बिना दलाल के पीड़ित को लौटा दिया जाता। एडीएम प्रशासन रेनू सिंह ने सिटी मजिस्ट्रेट अरुण कुमार को जांच कर कार्रवाई करने को निर्देशित किया है। साफ कहा है कि अगर नक्शा नहीं है तो तत्काल निर्माण को तुड़वा दिया जाये। जिससे दलाली का अड्डा खत्म किया जाये, अगर नक्सा पास है, तो चिह्नित कर दलालों से दुकानों को वापस किया जाये।
सितंबर 2022 में छापा, 14 गिरफ्तार 30 दुकानें सील
पूर्व डीएम दीपा रंजन ने 28 सितंबर 2022 को तात्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट बृजेश सिंह व सीओ सिटी आलोक मिश्र के संयुक्त निदेशन में छापेमारी कराई थी। 14 दलाल पकड़े गये थे। कार में चलता फिरता एआरटीओ कार्यालय भी मिला। यहां संचालित बिना नक्शे की 30 दुकानों को सील कर दिया गया था। छह महीने बार अफसरों से सेटिंग करके फिर से दुकानें खुलवा ली गईं और दलाली शुरू हो गई। इससे पहले सितंबर 2020 में भी तात्कालीन डीएम व एसएसपी ने अपनी अगुवाई में छापेमारी कराई थी। उस समय भी बड़े पैमाने पर सामान जब्त किया, जेबीसी चलाई गई थी।
अवैध दुकानों का निर्माण जारी
एआरटीओ कार्यालय के बाहर फोटो स्टेट कार्य व साइबर कैफे काम के नाम पर दलाली की जा रही है। इसके अड्डा दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। वर्तमान में करीब 30 दलालों के अड्डा संचालित हैं। वहीं तमाम लोग दुकानों का बिना किसी नक्शा पास कराये तेज रफ्तार से निर्माण करा रहे हैं। जिनमें भी दलाली का अड्डा बनने वाला है। अधिकारियों की छापा के दौरान नजर पड़ गई है इनको भी चेक कराया जायेगा।
एआरटीओ प्रशासन रामवचन गुप्ता का कहना है कि एडीएम प्रशासन व सिटी मजिस्ट्रेट आये थे। यहां पर निरीक्षण किया। हर पलट को देखा और कामकाज को जाना। कार्यालय के सामने सड़क के दूसरी ओर दुकानों को देखा और जानकारी ली। कार्यालय के कामकाज से अफसरों को अवगत कराया।
सिटी मजिस्ट्रेट अरुण कुमार ने बताया, एआरटीओ कार्यालय के बाहर दलालों ने दुकानें खोल रखीं हैं, यहां दलालों के द्वारा के साथ अवैध वसूली की जाती है। एडीएम प्रशासन ने जांच करने के निर्देश दिये हैं। जेई से जांच कराते हैं और नक्शा चेक कराते हैं उसके बाद कार्रवाई कार्रवाई की जायेगी।