Kanpur : हादसे में जान गंवाने वाले दंपती राजू कुमार और सीमा के चार बच्चे हैं। भाई करतार सिंह के मुताबिक 10 वर्षीय बेटी संजू, 07 वर्षीय रश्मि, 05 वर्षीय वैष्णवी और 03 साल का बेटा भगवान दीन है।
कानपुर-सागर हाईवे
कानपुर-सागर हाईवे पर टेनापुर मोड़ के पास शुक्रवार को दोपहर तेज रफ्तार लोडर ने बाइक सवार दंपती को टक्कर मार दी। दंपती लोडर में फंसकर लगभग 50 मीटर तक घिसटते चले गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर हाईवे पर जाम लगा दिया। लगभग दो घंटे बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे और मुआवजे का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण माने और हाईवे का जाम खुल सका। इस बीच लगभग तीन घंटे तक हाईवे पर जाम लगा रहा।
स्योराढ़ी ताढवारा गांव निवासी राजू कुमार (35) शुक्रवार को दोपहर लगभग दो बजे पत्नी सीमा (35) के साथ बाइक से पतारा गैस एजेंसी से सिलेंडर लेकर लौट रहे थे। टेनापुर मोड़ स्थित पेट्रोल पंप पर बाइक में पेट्रोल भरवाने के बाद हाईवे पर चढ़ते ही घाटमपुर की ओर से तेज रफ्तार से आ रहे डाक पार्सल के लोडर ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। बाइक सवार दंपती सड़क पर गिरने के बाद लोडर में फंस गए। लोडर चालक भागने के प्रयास में उन्हें लगभग 50 मीटर तक घसीटते हुए चला गया। इस हादसे में पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई।
दुर्घटना की सूचना मिलने पर आक्रोशित ग्रामीण
दुर्घटना की सूचना मिलने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने शव रखकर हाईवे पर जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर पहुंचे इंस्पेक्टर विक्रम सिंह की मानमनौव्वल के बाद भी ग्रामीण नहीं माने। ग्रामीण एसडीएम को मौके पर बुलाने और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। दो घंटे बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु गुप्ता ने पहुंचकर मुआवजा व कार्रवाई का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण माने, तब पुलिस ने दोनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उधर, एसीपी दिनेश कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। डायवर्जन करके हाईवे का यातायात बहाल करा दिया गया है।
अब बच्चों के भरणपोषण की चिंता
हादसे में जान गंवाने वाले दंपती राजू कुमार और सीमा के चार बच्चे हैं। भाई करतार सिंह के मुताबिक 10 वर्षीय बेटी संजू, 07 वर्षीय रश्मि, 05 वर्षीय वैष्णवी और 03 साल का बेटा भगवान दीन है। तीनों बेटियां गांव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ती हैं। मां-पिता का साया सिर से उठने के बाद बच्चों का भरण पोषण कैसे होगा। इसकी चिंता उन्हें सता रही है। उधर, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने परिजनों को नियमानुसार आर्थिक मदद और जमीन देने का आश्वासन दिया है।